कुमार मंगलम बिड़ला के इस्तीफे के 2 दिन बाद वीआई के शेयरों में जबरदस्त उछाल, ये है बड़ी वजह
भारतीय रिजर्व बैंक ने वर्तमान चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 में रियल जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान 9.5 फीसदी रखा है। रिजर्व बैंक ने जून की मौद्रिक नीति समीक्षा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए वृद्धि दर के अनुमान को 10.5 फीसदी से घटाकर 9.5 फीसदी रखा है। उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह दर 21.4 फीसदी, दूसरी तिमाही में 7.3 फीसदी, तीसरी तिमाही में 6.3 फीसदी और चौथी तिमाही में 6.1 फीसदी रहने की संभावना है।भारत को विश्वास आधारित शासन प्रणाली की जरूरत
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में वास्तविक जीडीपी ग्रोथ रेट 17.2 फीसदी रह सकती है। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में सीपीआई मुद्रास्फीति 5.1 फीसदी रह सकती है।रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 4 फीसदी की दर पर ही स्थिर करने का निर्णय लिया है। यह पिछले 20 वर्षों में न्यूनतम है। रिवर्स रेपो रेट भी पहले की ही तरह 3.35 फीसदी रखी गई है। ब्याज दरों में कटौती नहीं करने का फैसला किया गया है। इसके चलते होम लोन तथा अन्य दूसरे लोन की ईएमआई नहीं घटेगी।