RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि 4 से 6 फीसदी की मुद्रास्फीति दर अर्थव्यवस्था के लिए अनुकूल है। वहीं, इंफ्लेशन रेट का 6 प्रतिशत से ऊपर रहना भारत के विकास के लिए हानिकारक हो सकता है। उन्होंने कहा कि आरबीआई की आंतरिक समिति ने एक विस्तृत विश्लेषण किया और पाया कि +/-2 प्रतिश के बैंड के साथ 4 प्रतिशत मुद्रास्फीति लक्ष्य केंद्रीय बैंक को नीति निर्माण राहत दे सकता है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि दुनियाभर की तमाम अर्थव्यवस्थाएं तनाव के दौर से गुजर रही है। इसके लिए मुख्य रूप से 3 कारणों को जिम्मेदार बताया है। गवर्नर ने कहा कि कोविड महामारी, यूक्रेन-रूस युद्ध और वित्तीय बाजार की वजह से उभरे संकट की वजह से भारत समेत दुनियाभर की इकोनॉमी पर दबाव है।
शक्तिकांत दास ने कहा कि आज पूरा यूरोपीय यूनियन मंदी की कगार पर पहुंच चुका है। अमेरिका अभी स्थिर बना हुआ है। दूसरे देशों की ग्रोथ भी धीमी पड़ी है। आरबीआई गवर्नर के मुताबिक, भारत माइक्रो इकोनॉमिक फंडामेंटल्स, वित्तीय क्षेत्र की स्थिरता, ये सभी चीजें मजबूत बनी हुईं हैं।