भविष्य में बढ़ेगे PoS
आपको बता दें कि PoS में मुख्य रूप से डेबिड कार्ड का लेनदेन शामिल है, जिसको सरकार भविष्य में बढ़ाने का प्रयास कर रही है। मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक आरबीआई ( RBI ) ने जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान में बढ़ते डिजिटल पेमेंट के कारण 2021 के अंत तक 50 लाख सक्रिय PoS होने की उम्मीद है। PoS के कारण हमारे देश में कैशलेस ट्रांजेक्शन को भी बढ़ावा मिलेगा।
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2 सालों में बढ़ेगें 50 लाख PoS
इसके साथ ही डिजिटल PoS ( QR code ) में भी काफी बढ़ोतरी देखने को मिलती थी, जिसके असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है। रिजर्व बैंक ने जानकारी देते हुए बताया कि आने वाले दो साल डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए काफी जरूरी हैं। इसके साथ ही 2021 के अंत तक सभी जगहों पर कार्ड पेमेंट किया जाने लगेगा। अभी भी बहुत सी संस्था ऐसी है जो कार्ड पेमेंट को स्वीकार नहीं करती हैं आने वाले समय में आप सभी जगह पर ट्रांजेक्शन कर सकते हैं।
रिपोर्ट में हुआ खुलासा
देश में नकदी के इस्तेमाल में कमी के लक्ष्य के साथ भारतीय रिजर्व बैंक ने सुरक्षित, सुविधाजनक, सरल और किफायती ई-भुगतान प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए पिछले सप्ताह एक दृष्टिपत्र जारी किया था, जिसके मुताबिक इस समय देश में 37.22 लाख PoS टर्मिनल हैं। मार्च 2019 में डेबिट कार्ड के जरिए PoS से कुल ट्रांजैक्शन की वैल्यू करीब 593,475 करोड़ रुपए रही है।
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पिछले साल 29 फीसदी हुआ इजाफा
वहीं, पिछले साल की अगर बात करें तो यह राशि 4,60,070 करोड़ रुपए थी। यानी इसमें करीब 29 फीसदी का इजाफा हुआ है। मार्च 2017 में डेबिट कार्ड के जरिए PoS से ट्रांजैक्शन महज 329,907 करोड़ रुपए था। मार्च 2019 में क्रेडिट कार्ड के जरिए PoS से कुल 603,348 करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन हुआ। RBI ने बताया कि 2018-19 में यह 15.2 फीसदी है, जोकि 2014-15 में 5.2 फीसदी था और 2021 तक यह 22 फीसदी होने की उम्मीद है।