चांदी में अार्इ कमजोरी
वहीं, चांदी का सितंबर डिलीवरी अनुबंध 317 रुपये यानी 0.86 फीसदी की कमजोरी के साथ 36,583 रुपये प्रति किलो पर बना हुआ था। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर 3.09 बजे ईडीटी यानी भारतीय समयानुसार 12.39 बजे सोने के दिसंबर वायदा अनुबंध में 9.50 डॉलर यानी 0.79 फीसदी की गिरावट के साथ 1,193.80 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार हो रहा था। चांदी का दिसंबर अनुबंध 0.21 डॉलर यानी 1.42 फीसदी फिसलकर 14.54 डॉलर प्रति औंस पर बना हुआ था।
डाॅलर बना सबसे सुरक्षित निवेश का जरिया
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने का हाजिर भाव 8.28 डॉलर यानी 0.69 फीसदी की कमजोरी के साथ 1,187.52 डॉलर प्रति औंस था। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दर में बढ़ोतरी का संकेत देने के बाद एक बार फिर डॉलर गुरुवार को दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले मजबूत हो गया। डॉलर में आई तेजी से सोने और चांदी में निवेश मांग घट गई है। बाजार के जानकार बताते हैं कि अमेरिकी संरक्षणवादी नीतियों से डॉलर में सुरक्षित निवेश देखा जा रहा है। यही कारण है कि महंगी धातुओं की चमक फीकी पड़ती जा रही है। हालांकि भारतीय सर्राफा बाजार में आगे त्योहारी सीजन शुरू होने से सोने और चांदी में सुस्ती रहने की संभावना कम है क्योंकि त्योहारी सीजन में जेवराती मांग बढ़ जाती है।