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ये दिग्गज कार कंपनी ले सकती है बड़ा फैसला! नहीं बनाएगी छोटी पेट्रोल-डीज़ल कारें

भारत में पुराने पेट्रोल और डीजल कारों की आयु को 10 से 15 वर्ष तक सीमित कर दिया गया है। हालांकि दिल्ली के अलावा अभी अन्य राज्यों में यह प्रवाधान नहीं हैं, लेकिन उम्मीद है, कि इस तरह के बदलाव अन्य राज्यों में भी देखें जाएंगे।

नई दिल्लीMay 02, 2022 / 05:24 pm

Bhavana Chaudhary

German Car maker

देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने का दौर तेजी से आगे बढ़ रहा है, और इस बीच पेट्रोल और डीजल कारें अपना अस्तित्व खोती नजर आ रही हैं। नए उत्सर्जन मानदंडो के लागू होने से पहले ही कई दिग्गज कंपनियों ने डीजल कारों को लाइनअप से हटा दिया है, क्योंकि BS6 डीजल इंजन में ज्यादा लागत आती है, और इसका असर कीमत पर पड़ता है। खैर, अब खबर है, कि जर्मन लग्जरी कार मेकर BMW पेट्रोल और डीजल वाहनों को बंद करने की योजना में है। अगर यह फैसला लिया जाता है, तो BMW कुछ देशों (जहां उत्सर्जन के नियम कड़ें हैं) में छोटी कारों पर पेट्रोल और डीजल इंजन को बंद करेगी।

 

 


2027 तक प्लग इन हाइब्रिड कारों पर जोर

 

जिस तरह देश में वाहन निर्माता कंपनियां अपने ईवी लाइनअप का विस्तार कर रही हैं, ठीक उसी तरह BMW भी ईवी को लेकर बड़ी योजना के साथ आगे बढ़ रही है। बीएमडब्लू 2 सीरीज़ एक्टिव टूरर के हालिया लॉन्च के बाद कंपनी अगले साल मिनी मॉडल की एक नई रेंज अंतराष्ट्रिय बाजार में लॉन्च करने जा रही है। ये कारों कंपनी के UKL Architecture पर रेखांकित हैं। ऑटोकार की रिपोर्ट के अनुसार यूरोपीय बाजार में यूकेएल जैसे प्लेटफॉर्म के लिए एक मुद्दा यह है कि, 2027 तक आंतरिक दहन इंजन वाली अधिकांश कारों को 40 मील या उससे अधिक की रेंज के साथ प्लग-इन हाइब्रिड होना होगा। इसके लिए एक बड़े आर्किटेक्चर की आवश्यकता होगी, जिसके परिणामस्वरूप लंबे और अधिक महंगे वाहन बनेंगे।

 

 

 


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बढ़ते प्रदुषण के स्तर पर विचार


आपको याद होगा कि ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने नई हरित औद्योगिक क्रांति की योजना को पेश किया है, जिसमें 2030 तक नई पेट्रोल और डीजल कारों की बिक्री पर प्रतिबंध शामिल है। ना सिर्फ ब्रिटेन बल्कि कई अन्य देश में प्रदुषण के स्तर को कम करने के लिए इस दिशा में कदम उठा चुके हैं। वहीं भारत में पुराने पेट्रोल और डीजल कारों की आयु को 10 से 15 वर्ष तक सीमित कर दिया गया है। हालांकि दिल्ली के अलावा अभी अन्य राज्यों में यह प्रवाधान नहीं हैं, लेकिन उम्मीद है, कि इस तरह के बदलाव अन्य राज्यों में भी देखें जाएंगे।


 



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दिल्ली हाईकोर्ट ने 15 वर्ष से अधिक पुरानी पेट्रोल कारों और 15 वर्ष से अधिक पुरानी डीजल कारों के रजिस्ट्रेशन के रिन्यूकरण की अनुमति देने से इनकार कर दिया है, भले ही फिटनेस और प्रदूषण उत्सर्जन मानदंड मोटर वाहन उद्योग मानकों के भीतर हों। हालांकि, अदालत ने उन वाहनों के मालिकों को अनुमति दी, जिनका पंजीकरण समाप्त हो गया है, कि वे दिल्ली के परिवहन विभाग से (एनओसी) के लिए आवेदन करने के लिए अन्य राज्यों में अपनी कारों को बेचने की अनुमति ले सकते हैं।

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