सेकंड हैंड कार खरीदने के लिए इंसान को सबसे पहले एक कार के बारे में प्लान करना होता है कि उसके किस मॉडल की कितनी पुरानी कार खरीदनी है, क्योंकि पहले से विचार करके चलेंगे तो किसी प्रकार की दुविधा नहीं होगी।
कार खरीदने से पहले उसके माइलेज के बारे में पूरी जानकारी ले लीजिए, क्योंकि अगर आप कोई पुरानी कार खरीद रहे हैं तो आपको पहले ही तय करना है कि डीजल, पेट्रोल या सीएनजी वाली कार चाहिए। कार का माइलेज कितना है और उसका नया मॉडल कितना माइलेज देता है। अगर दोनों के बीच ज्यादा अंतर है तो उस कार को नहीं खरीदिए, क्योंकि बाद में आप ईंधन भरवा-भरवा कर परेशान ही हो जाएंगे।
बाजार में बहुत सी सेकंड हैंड कार की दुकाने मौजूद हैं, वहीं बहुत सी ऑटोमोबाइल कंपनियों ने भी सेकंड हैंड कारों के शोरूम खोल दिए हैं। आज के समय में ऑनलाइन साइट्स पर भी सेकंड हैंड कारें बेची और खरीदी जाती हैं तो आप उनका भी रुख कर सकते हैं।
सेकंड हैंड कार खरीदने से पहले उसके इंजन और कागज को ठीक से चेक कर लेना चाहिए। इंजन की जांच आप स्वंय तो नहीं कर पाएंगे इसलिए आप अपने साथ किसी जानकार मैकेनिक को ले जाएं जो इंजन और अन्य चीजों को पूरी तरह से चेक कर सके।
सेकंड हैंड कार खरीदने से पहले उसे चलाकर देखें कि आप उसको ठीक प्रकार से चला पा रहे हैं या नहीं। किसी भी कार को पहली बार चलाने पर उसपर हाथ नहीं बैठता हैं, लेकिन आपको उसकी खराबियों के बारे में जरूर पता चल जाएगा।