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चंदौली

पीएम मोदी के वाराणसी दौरे से पहले पांच बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

पुलिस की मानें तो भारतीय दस्तावेज बनाकर अरब कंट्री में भेजने की तैयारी भी चल रही थी

चंदौलीNov 11, 2018 / 05:21 pm

Ashish Shukla

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पीएम मोदी के वाराणसी दौरे से पहले पांच बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

चंदौली. पीएम मोदी के वारणसी दौरे से एक दिन पहले ही रविवार को पांच बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जी हां भारत में बांग्लादेश के जरिए घुसपैठ लगातार जारी है और भारत बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षाबलों की आंख में धूल झोंक कर बांग्लादेशियों का भारत में आगमन लगातार चल रहा है । ऐसा हम यूं ही नहीं कर रहे हैं बल्कि एक ताजा मामला सामने आया है । जिसमें पांच बांग्लादेशी और एक स्थानीय नागरिक गिरफ्तार किए गए हैं । जिसके बाद इस सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है । पकड़े गए बांग्लादेशियो के पास से भारतीय मतदान पहचान पत्र सहित हाई स्कूल के अंकपत्र भी बरामद हुए हैं । बड़ी बात यह है की भारत के रहने वाले हैंडलर द्वारा इनको ज्यादा मजदूरी का लालच देकर भारत लाया गया था और भारतीय दस्तावेज बनाकर अरब कंट्री में भेजने की तैयारी भी चल रही थी ।
दरअसल मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के दुल्हीपुर इलाके में बड़ी संख्या में बाहरी लोग किराए पर आकर रह रहे हैं और मजदूरी का काम कर रहे हैं । दुल्हीपुर ग्राम प्रधान द्वारा कुछ लोगों पर शक जाहिर किये जाने के बाद मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने छानबीन शुरू की और इलाके से 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया । पूछताछ में सामने आया की यह सभी लोग बांग्लादेशी हैं और बांग्लादेश के नौगांव जिले के नागौर जिले के रहने वाले हैं । 5 बांग्लादेशियों के साथ स्थानीय निवासी शकील अंसारी को भी पकड़ा गया है । जो स्थानीय तौर पर इनकी मदद कर रहा था और इनसे मजदूरी का कार्य करवाता था । बड़ी बात यह है कि आरोपी सभी बांग्लादेशी बंगला देश सीमा पार कर पश्चिम बंगाल के मालदा इलाके में पहुंचे और वहां ट्रेन से ट्रेन के जरिये मुगलसराय पहुंचे ।
पकड़े गए बांग्लादेशियों ने पूछताछ में बताया कि कोलकाता निवासी आलम नामक युवक है जो बांग्लादेश हमेशा आता जाता रहता है और वहां पर गरीब तबके के लोगों को भारत ने ज्यादा मजदूरी का लालच दिलाकर भारत ले आता है । यहां स्थानीय तौर पर दुल्हीपुर इलाके में कोई अधिवक्ता है जो इन बांग्लादेशियों के फर्जी दस्तावेज तैयार करता है । जो अभी पुलिस की पकड़ से बाहर बताया जा रहा है । बांग्लादेशी ने बताया कि हमें गंगा किनारे गड्ढे खोदने का काम दिया गया था और ₹400 प्रतिदिन मजदूरी दी जाती थी । वहीं पूरे मामले में पुलिस जांच कर रही है फरार अधिवक्ता की भी तलाश कर रही है । साथ ही पूरे नेक्सेस को खंगालने में जुटी है । पुलिस अधीक्षक का कहना है कि दुल्हीपुर इलाके में जितने भी किरायेदार हैं सब के वेरिफिकेशन में पुलिस जुट गई है।
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