बता दें कि वाराणसी में विश्वनाथ धाम के लोकार्पण समारोह के लिए आने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की तैयारी की समीक्षा को रविवार को वाराणसी पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ चंदौली के कीनाराम जन्मस्थली में कार्यक्रम तय था। वह वाराणसी के चौबेपुर क्षेत्र के उमरहां में महा मंदिर के मुआयने के बाद चंदौली जाने वाले थे। वहां वह जनसभा को संबोधित करने का भी प्रोग्राम रहा।
इस प्रोग्राम में शामिल होने के लिए सपा कार्यकर्ता भी चहनिया से सीएम के कार्यक्रम स्थल रामगढ़ को चल निकले। सपा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने की तैयारी में थे। लेकिन जनसभा स्थल तक उनके पहुंचने से पहले ही पुलिस ने उन्हें रोका। इस पर पुलिस व सपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। बात इतनी बढी कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।.
हालांकि पुलिस ने पहले सपा नेताओं को समझाने की कोशिश भी की लेकिन वो अपनी मांग पर अड़े रहे। वो पुलिस से उलझ गए। बात धक्कम-धुक्का तक पहुंच गई तो मामला बढ़ता देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। इसी बीच ने पुलिस और सपा नेताओं की झड़प व लाठीचार्ज का वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया जो तेजी से वायरल होने लगा। वीडियो में साफ दिख रहा है कि किस तरह पुलिस सपा कार्यकर्ताओं को दौड़ाकर पीट रही है।
पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध में सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण यादव, पूर्व सांसद रामकिसुन यादव, पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू समेत सैकड़ों कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए।