किसान रैली बनी कांग्रेस पार्टी की नाक का सवाल
अब अहमद पटेल देंगे तैयारियों को अंतिम रूप, रैली को सफल बनाने के लिए कांग्रेस लगा रही है ऐड़ी-चोटी का जोर
चंडीगढ़। केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस द्वारा दिल्ली में आयोजित की जा रही किसान रैली कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन चुकी है। इस रैली को सफल बनाने के लिए समूची कांग्रेस ने ऐडी-चौटी का जोर लगा दिया है। जिसके चलते रैली की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए आगामी 17 अप्रैल को दिल्ली में कांग्रेस ने फिर से बैठक बुला ली है। किसान रैली की सफलता पूरी तरह से हरियाणा पर निर्भर कर रही है। जिसके चलते कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर तथा कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी की बैठक बुलाई थी। अब सभी नेताओं को इस रैली में अधिक से अधिक भीड़ जुटाने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्र में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस का यह पहला शक्ति प्रदर्शन है। जिसके चलते कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
नेताओं के जिला दौरों का दौर जारी
कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर तथा सीएलपी नेता किरण चौधरी इस रैली को सफल बनाने के लिए सभी जिलों का दौरा कर रहे हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा कांग्रेस के एकमात्र सांसद दीपेंद्र हुड्डा अपने स्तर पर बैठकों का आयोजन कर रहे हैं। हुड्डा ने पहले की तरह इस बार भी अपने समर्थकों को गुलाबी पगडिय़ां पहनकर इस रैली में शामिल होने के निर्देश दिए हैं।
किसान रैली से पहले 17 को दिल्ली में जुटेंगे कांग्रेस नेता
कांग्रेस हाईकमान के वरिष्ठ नेता इस बात को लेकर आशंकित हैं कि हरियाणा कांग्रेस के नेता धड़ों में बंटे हुए हैं। ऐसे में कहीं रैली भीड़ के लिहाज से फिकी न रह जाए। जिसके चलते हरियाणा में चल रही तैयारियों पर हाईकमान ने नजर रखी हुई है। इसी उठापटक के चलते आगामी 17 अप्रैल को कांग्रेस महासचिव अहमद पटेल ने दिल्ली में एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में हरियाणा कांग्रेस के कई नेता भाग लेंगे। इस बैठक में हरियाणा द्वारा की गई सभी तैयारियों की रिपोर्ट अहमद पटेल को दी जाएगी। हुड्डा व तंवर ने अपने-अपने स्तर पर प्रदेश के सभी जिलों, विधानसभा क्षेत्रों व कस्बों में ड्यूटियां लगा दी हैं। दिल्ली रैली में लोगों को पहुंचाने के लिए बकायदा वाहनों का प्रबंध किया गया है।
सोनिया गांधी लगाएंगी मोहर
सूत्रों की मानें तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने समर्थकों को दिल्ली से पहले एक जगह एकत्र करके ही रैली स्थल पर लेकर जाएंगे। हालांकि इस रैली को सफल बनाने में जुटे हरियाणा कांग्रेस के नेताओं ने अपनी रणनीति सार्वजनिक नहीं की है लेकिन रैली से दो दिन पहले पटेल की बैठक में सभी नेताओं को भीड़ एकत्र करने के लिए अपनी-अपनी रणनीति बतानी होगी। इसके बाद अहमद पटेल के माध्यम से सोनिया गांधी द्वारा उसी दिन रणनीति पर अपनी मोहर लगाई जाएगी।
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