फ्लैट से हरोइन बरामद पंजाब के पुलिस महानिदेशक दिनकक गुप्ता ने बताया कि राजिन्दर से एक 0.32 बोर का पिस्तौल और 4 जीवित कारतूस बरामद किए गए और बाद में ज़ीरकपुर के रिवरडेल ऐरोविस्टा में उसके फ्लैट में से 530 ग्राम हेरोइन भी बरामद की गई। राजिन्दर के खि़लाफ़ थाना एसएसओसी, एसएएस नगर में हथियार और एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत एक आपराधिक केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा उसके खि़लाफ़ पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में पहले ही कई और एफआईआर दर्ज हैं और 12 करोड़ रुपए के हवाला लेन-देन में भी वह शामिल है।
नशा की आपूर्ति राजिन्दर ने पुलिस को बताया है कि वह नशा सप्लाई के नैटवर्क में जुड़ा हुआ है, जो नवप्रीत सिंह उर्फ नव द्वारा चलाया जा रहा था, जो कत्ल और नशों के कई मामलों में पंजाब पुलिस को अपेक्षित और बदनाम तस्कर है। उसने आगे कुबूल किया कि उसने नवप्रीत सिंह के दिशा-निर्देशों पर पंजाब के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तस्करों को भारी मात्रा में नशा सप्लाई किया है।
श्रीनगर और दिल्ली से आता है नशा राजिन्दर के पास नशे की खेप ज़्यादातर श्रीनगर और दिल्ली से पंजाब में बाँटने के लिए आती थीं। नशे के कारोबार से इकठ्ठा किए गए पैसों को वह हवाला चैनलों के द्वारा नवप्रीत को वापस भेज देता था। अप्रैल 2020 में भी, पुलिस कमिश्नरेट, अमृतसर ने एक हिज़बुल आतंकवादी हिलाल अहमद वागे को उस समय गिरफ़्तार किया था जब वह हिज़बुल मुजाहिद्दीन आतंकवादी रिआज़ अहमद नायकू के निर्देशों पर ड्रग मनी इकट्ठा करने आया था।
यूपी से बनवाया आधार कार्ड और पासपोर्ट डीजीपी ने कहा कि राजिन्दर सिंह उर्फ गंजा ने यू.पी. से नकली दस्तावेज़ों की सहायता से आधार कार्ड और पासपोर्ट बनाया। यह मुलजि़म नज़दीकी भविष्य में भारत से फऱार होने की कोशिश कर रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि मुलजि़म ने चंडीगढ़ और अमृतसर के आस-पास के इलाकों में काफ़ी जायदाद भी बनाई हुई है।
मुजफ्फरनगर से चिराग राठी को पकड़ा गिरफ़्तारियों का विवरण देते हुए डीजीपी ने बताया कि राजिन्दर सिंह उर्फ गंजा उर्फ मीठू पुत्र जसवंत सिंह निवासी जंडियाला गुरु, अमृतसर को 19 अगस्त को ज़ीरकपुर के इलाके से काबू किया गया था, जिस संबंधी फऱार नामवर तस्कर नवप्रीत सिंह उर्फ नव पुत्र गुरदेव सिंह निवासी गाँव वजीर भुल्लर, ब्यास, अमृतसर के नज़दीकी साथी होने की सूचना है। राजिन्दर की निशानदेही पर मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) से चिराग़ राठी और श्री मुक्तसर साहिब से पुलिस के सिपाही करमजीत सिंह को गिरफ़्तार किया गया, जो मौजूदा समय में डिप्टी डायरेक्टर, चीफ़ केमिकल ऐग्ज़ामीनर के साथ चालक के तौर पर तैनात है। राजिन्दर ने चिराग़ राठी को बड़ी रकम दी, जिसने माना है कि उसने अपने मामा के साथ मिलकर जायदाद और वाहनों की खरीद में एक करोड़ से अधिक का निवेश किया था।
कई मामलों में वांछित राजिन्दर कई बड़े मामलों में शामिल था, जिसमें हथियार कानून और एन.डी.पी.एस. एक्ट की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत एफ.आई.आर. तारीख़ 31 मई, 2019 पुलिस थाना तरसिक्का जि़ला अमृतसर (ग्रामीण), में दर्ज है, जो एनआईए की जांच के अधीन है। यह एफ.आई.आर. केएलएफ संगठन के जजबीर सिंह उर्फ जज और उसके नज़दीकी साथी हरमीत सिंह पी.एच.डी. के खि़लाफ़ एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी। जजबीर उर्फ जज ने अपनी पूछताछ के दौरान यह भी कुबूल किया था कि अपने नार्को-टेरर के संपर्क राजिन्दर सिंह उर्फ गंजा के द्वारा हेरोइन की सप्लाई करता था। बाद में एक अलग केस में, जजबीर सिंह के कब्ज़े से 2 हैंड-ग्रेनेड बरामद किए गए, जो हरमीत सिंह उर्फ पी.एच.डी. (अब मृत) द्वारा सीमा पार से सप्लाई किए गए थे।