69 छात्रों को प्रमोट किया
इस बार एसएसएलसी में त्रैमासिक व अद्र्धवार्षिक परीक्षा व उपस्थिति के आधार पर छात्रों को प्रमोट करने का निर्णय
चेन्नई. मुख्यमंत्री एडपाडी के. पलनीसामी ने घोषणा की कि कोविड-19 के चलते मुम्बई में तमिलनाडु पाठ्यक्रम के अनुसार एसएसएलसी परीक्षा वाले उन 69 तमिल विद्यार्थियों को बिना परीक्षा लिए प्रमोट करने का निर्णय लिया है। हर साल पन्दूर के ब्रिटिश हाई स्कूल व चिताह कैम्प के स्टार इंगलिस हाई स्कूल में विद्यार्थी परीक्षा देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार एसएसएलसी में त्रैमासिक व अद्र्धवार्षिक परीक्षा व उपस्थिति के आधार पर छात्रों को प्रमोट करने का निर्णय लिया है। ऐसे में इन 69 छात्रों को भी प्रमोट किया गया है।
निजी स्कूल-कालेज फीस के लिए दबाव नहीं दे सकते: तमिलनाडु सरकार
मद्रास हाईकोर्ट ने मंगलवार को मद्रास हाईकोर्ट को बताया कि यदि कोई अभिभावक चाहें तो अपनी स्वैच्छा से निजी स्कूल, कालेज में फीस जमा करा सकता है। लेकिन कोई स संस्थान जबरन फीस वसूली नहीं कर सकते हैं। इससे पहले निजी स्कूल व कालेज की ओर से सरकार के इस निर्णय को चुनौती दी गई थी। निजी संस्थानों की ओर से कोर्ट में कहा गया कि सरकार चाहती है कि बिना फीस वसूल किए शिक्षकों को पूरा वेतन दिया जाए। महाधिवक्ता विजय नारायण ने कोर्ट को सूचित किया कि 248.79 करोड़ की राशि आरटीई एक्ट के तहत 25 फीसदी छात्रों को प्रवेश देने के लिए पहले ही आवंटित की जा चुकी है। जिसका उपयोग किया जा सकता है। कोर्ट ने 8 जुलाई को पूरी योजना के तहत प्रस्तुत होने के लिए कहा।
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