जिसमें यह लिखा जाएगा कि जिस आदमी ने तमिलों को मारने के लिए श्रीलंका में भारतीय शांति सेना आईपीकेएफ को भेजा, उस तमिल विरोधी नेता की हत्या कर उसे तमिलनाडु में ही दफनाया गया।
सीमन के इस बयान पर एक बार फिर राजनीतिक हलकों में राजीव गांधी हत्याकांड के दोषियों की रिहाई को लेकर बहस छिड़ गई है।
तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के अध्ययक्ष के.एस. अलागिरी ने कहा कि उन्होंने लिट्टे का समर्थन किया है और सीमन यह भी कहा है कि राजीव गांधी के हत्यारों की इतिहास में तारीफ होगी।
ऐसे में सीमन के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा होना चाहिए। कांग्रेस ने उनके बयानों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सीमन तमिल विरोधी हैं और उनके बयानों की वजह से लोग दुखी हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि एनटीके संस्थापक इसके पहले अक्टूबर 2008 में भी इस कारण जेल की हवा खा चुके हैं।