लोकसभा उपाध्यक्ष एम. तम्बीदुरै ने कहा मंत्री और पुलिस अधिकारी ने कोई गलत काम नहीं किया है। लेकिन हाल की सीबीआइ छापेमारी ने एआईएडीएमके सरकार को एक बार फिर से शर्मिंदा कर दिया।
दिंडीगुल में पत्रकारों से बातचीत में तम्बीदुरै ने आरोप लगाया कि डीएमके और भाजपा के करीबी संबंध है।
वे जानना चाहते हंै कि सीबीआइ ने ५ सितंबर को ही छापेमारी क्यों की? इससे पहले या फिर उसके बाद भी तो छापेमारी हो सकती थी।
लेकिन भाजपा सरकार ने जानबूझ कर ऐसा कराया। क्योंकि उसी दिन राज्य के पूर्व सीएम एम. करुणानिधि के बड़े बेटे एम. के. अझगिरी ने रैली निकाली थी। इस रैली की महता को कमतर करने के लिए सीबीआइ कार्रवाई हुई।
उल्लेखनीय है कि गुटखा घोटाला मामले में गत ५ सितंबर को सीबीआइ ने स्वास्थ्य मंत्री और डीजीपी सहित अन्य लोगों के आवास पर छापेमारी की थी। इस मामले में सीबीआइ ने पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया है।