पहले पीडि़त ने 20 रुपए का भुगतान किया
मैसेज में लिखा था कि अगर उसने बिजली बिल का भुगतान नहीं किया तो उसका बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा। मैसेज में एक मोबाइल नम्बर भी लिखा था और शिकायतकर्ता को उस नम्बर पर संपर्क कर, अपनी समस्या का समाधान करने के लिए कहा गया था। जिसके बाद पीडि़त ने उस नम्बर पर कॉल किया। बुजुर्ग का कॉल प्राप्त करने वाले ने खुद को बिजली कंपनी का कर्मचारी बताया और पीडि़त को सूचित किया कि अगर वह 20 रुपऐ का भुगतान करता है, तो समस्या का समाधान किया जाएगा।
टीमव्यूवर ऐप इंस्टॉल करने के लिए कहा
शिकायतकर्ता के सहमत होने के बाद ठग ने उसे अपने मोबाइल फोन पर ‘टीमव्यूवर’ एप्लिकेशन इंस्टॉल करने और अपने उपभोक्ता नबर, क्रेडिट कार्ड की डिटेल देते हुए एक ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए कहा। डिटेल भरने के कुछ मिनट बाद पीडि़त बुजुर्ग को एसएमएस अलर्ट मिला, जिससे पता चला कि उसके कार्ड का इस्तेमाल कर लाखों रुपए निकाल लिए गए।
टांजेडको ने किया आगाह
इस मामले पर चिंता जाहिर करते हुए तमिलनाडु जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने हाल ही में फर्जी मैसेज के खिलाफ बिजली उपभोक्ताओं को आगाह किया है। लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा है कि जैसे ही उनके मोबाइल पर बिजली कनेक्शन काटने और बिल बकाया होने का फोन आता है तो वह इसकी सूचना सबसे पहले अपने नजदीकी बिजली कार्यालय या फिर थाने में जाकर दें। ऑनलाइन पैसा जमा करने के लिए बिजली विभाग की अधिकृत वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें।
बुजुर्गों को बना रहे निशाना
चेन्नई साइबर पुलिस विंग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि साइबर धोखेबाज बुजुगों और मध्यम आयु वर्ग के लोगों को निशाना बना रहे हैं। उन्हें देर शाम मैसेज भेजकर बिजली कनेक्शन कटने की जानकारी दी जा रही और उसके बाद ऐप डाउनलोड कर ठगी को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर वे इस तरह के अपराध का शिकार होते हैं तो साइबर क्राइम हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर संपर्क करें। उन्होंने कहा कि कार्रवाई तत्काल होनी चाहिए क्योंकि एक बार पैसे वापस लेने के बाद इसे वापस पाना मुश्किल होगा।