श्रम विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्रिपक्षीय वार्ता की लेकिन बात नहीं बनी। यह वार्ता बुधवार शाम को फिर से होगी। सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) के प्रदेश अध्यक्ष ए. सौंदरराजन ने कहा कि वेतन वृद्धि, अवकाश तथा अन्य मांगों को लेकर प्रशासन और श्रमिक संघों के बीच वार्ता चल रही थी। वार्ता के दौरान किसी भी श्रमिक को नौकरी से नहीं निकाला जा सकता लेकिन सीएमआरएल ने औद्योगिक विवाद कानून का उल्लंघन करते हुए ७ जनों को नौकरी से हटा दिया।
उन्होंने कहा कि सीएमआरएल प्रशासन हड़ताल समाप्त कराने को लेकर कोई तत्परता नहीं दिखा रहा है। वह नौकरी से हटाए लोगों को वापस लेने को तैयार नहीं है। इस वजह से हड़ताल जारी रहेगी। श्रम विभाग ने कहा है कि बुधवार शाम ४ बजे फिर से वार्ता होगी।