प्राधिकरण ने बैठक में कावेरी बेसिन क्षेत्र में जल वर्ष 2019-20 के बारिश की स्थिति, जल भंडारण और मौसम के हालात की व्यापक समीक्षा की। बैठक में इस बात का उल्लेख किया गया कि 1 से 20 जून के बीच कावेरी बेसिन के जलाशय कृष्णराज सागर (केआरएस) और कबिनी के जलग्रहण क्षेत्रों में सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। यह भी माना गया कि कर्नाटक के कावेरी बेसिन के सभी चार जलाशयों में 24 जून तक कुल मिलाकर केवल 1.771 टीएमसी फीट पानी था। वहीं, बिलिगुंडलु में 23 जून तक जल की आवक 1.888 टीएमसी था।
इस मामले पर विस्तार से विचार किया गया कि पंचाट के अंतिम निर्णय के मुताबिक कर्नाटक को जून और जुलाई माह का निर्धारित पानी तमिलनाडु के लिए छोडऩा चाहिए। पुद्दुचेरी के हिस्से का भी पानी छोडऩे की बात हुई। हालांकि, तमिलनाडु ने कहा कि उसे उसके हिस्से का पानी नहीं मिला है लेकिन यह माना गया कि मानसून समान्य नहीं रहने से जलाशयों में पानी नहीं है।