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चेन्नई

तमिलनाडु की हिंदी कवयित्रियाँ- 2021 पुस्तक का विमोचन

तमिलनाडु की हिंदी कवयित्रियाँ- 2021 पुस्तक का विमोचन

चेन्नईDec 07, 2021 / 11:18 pm

ASHOK SINGH RAJPUROHIT

Dakshin Bharat Hindi Prachar Sabha Madras

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चेन्नई. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य एवं डॉ. मंजू रुस्तगी की लिखी पुस्तक तमिलनाडु की हिंदी कवयित्रियाँ- 2021 का विमोचन किया गया। दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के पूर्व कोषाध्यक्ष एस.पार्थसारथी ने पुस्तक का विमोचन किया। अरबामींच विश्वविद्यालय में अंग्रेजी के पूर्व प्रोफेसर डॉ. गोपाल शर्मा ने पुस्तक के बारे में जानकारी दी। पुस्तक का प्रकाशन वाणी प्रकाशन नई दिल्ली द्वारा किया गया है। पुस्तक में 53 विविधभाषी कवयित्रियों की हिंदी में कविताएँ संकलित हैं। इस अवसर पर प्रो. डॉ. दिलीप सिंह, डॉ. अमर ज्योति, डॉ. ऋषभदेव शर्मा, डॉ. योगेंद्र शर्मा अरुण, प्रो. सत्यकाम, प्रो. राम मोहन पाठक, प्रो. जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, डॉ. प्रदीप शर्मा, प्रो. संजय एल. मादार, प्रो. मंजूनाथ, जी. सेल्वराजन, डॉ. सुभाष राणे, डॉ.के. मुरली, डॉ. राकेश शर्मा, डॉ. वर्षा सोलंकी समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। केन्द्रीय हिंदी निदेशालय तथा दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा मद्रास के उच्च शिक्षा एवं शोध संस्थान के संयुक्त तत्ववाधान में तीन दिवसीय राष्ट्रीय साहित्यिक परिसंवाद के तहत पत्र वाचन समेत कई आयोजन किए गए। यहां टीनगर स्थित प्रचार सभा परिसर में आजादी का अमृत महोत्सवः गांधी दर्शन और हिंदी आन्दोलन विषयक परिसंवाद के दौरान देशभर से शिक्षाविद शामिल हुए।
वक्ताओं ने की पुस्तक की तारीफ

इस अवसर पर तमिलनाडु की हिंदी कवयित्रियाँ- 2021 पुस्तक लिखने के लिए लेखिकाओं का आभार व्यक्त किया गया। वक्ताओं ने कहा कि जिस तरह सरल भाषा में कविता रची गई है वह वास्तव में प्रशंसनीय है। इससे आने वाली नई पीढ़ी को भी बहुत सीखने को मिल सकेगा। कविताओं के प्रति उनका रुझान बढ़ सकेगा।
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