राज्य पुलिस की नारकोटिक्स विंग के एक जानकार अधिकारी के मुताबिक, ड्रग तस्करों का समर्थन करने वाले सभी लोगों के अकाउंट भी फ्रीज कर दिए जाएंगे। राज्य पुलिस नशीली दवाओं के खतरे के खिलाफ स्कूल और कॉलेज के छात्रों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए कावल मदरम योजना भी शुरू करेगी। वर्तमान में वेलूर जिले में एक पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है।
राज्य पुलिस ने कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से प्रतिबंधित सामग्री की तस्करी को रोकने के लिए इन सभी जांच चौकियों पर स्वचालित नंबर प्लेट पहचान (एएनपीआर) कैमरे भी लगाए हैं।