ऑनलाइन परीक्षा कराने के लिए परीक्षा बोर्ड द्वारा वेबसाइट लांच की गई है। संसाधन के नजरिए से एग्जाम ऑनलाइन कराना ज्यादा आसान होगा। एग्जाम ऑनलाइन कराने को लेकर बहुत पहले से बहस चल रही है। यह काफी अच्छी बात है कि अगले साल से ऑनलाइन एग्जाम होंगे। मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि ऑनलाइन परीक्षा कराने का मुख्य उद्देश्य परीक्षा में पारदर्शिता लाना व पेपर लीक की घटनाओं को खत्म करना बताया जा रहा है। आईआईटी प्रबंधन ने उम्मीद जताई है कि इस बार परीक्षा ऑनलाइन होने से पेपर लीक के मामले खत्म हो जाएंगे और हम प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट भी जल्दी घोषित कर सकेंगे। साल 2017 में 11 लाख प्रतिभागियों ने JEE Main में हिस्सा लिया था, जिसमें 2.21 लाख प्रतिभागियों ने JEE एडवांस के लिए क्वालिफाई किया है। देश के 23 IIT में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को JEE–Advanced परीक्षा में शामिल होना पड़ता है। JEE में पास होने वाले छात्रों को रैंक के आधार पर IITs, NITs, IIITs और ISM धनबाद में एडमिशन मिलता है।
जेईई प्रवेश परीक्षा में प्रत्येक पेपर 3 घंटे का होता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक परीक्षा बोर्ड की देखरेख में आईआईटी के सात जोनल परीक्षा केंद्रों पर यह प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी। आपको बता दें कि जेईई एडवांस्ड परीक्षा में दो पेपर होते हैं। पेपर फर्स्ट और पेपर सेकंड। दोनों पेपर एक ही दिन दो घंटे के अंतराल पर कराए जाते हैं। 20 मई 2018 को पहला पेपर सुबह 9 से 12 बजे व दूसरा पेपर दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होगा।