अधिक ट्रेनों का होगा परिचालन इस नए ब्रिज के बन जाने के बाद चेन्नई सेंट्रल एवं मूर मार्केट कम्पलेक्स (उपनगरीय रेलवे स्टेशन) से अधिक संख्या में ट्रेनों का परिचालन किया जा सके। इस नए ब्रिज के निर्माण एवं विस्तार के बाद इसके नीचे रेलवे अधिक संख्या में रेलवे ट्रैक बना सकेगा। रेलवे ट्रैक के बनने से अधिक संख्या में ट्रेनें चलाई जा सकेंगी। रेल मंत्रालय ने 2008-09 में इस निर्माण कार्य को मंजूरी दी थी। 80 साल पुराने इस ब्रिज के नवनिर्माण से रेलवे यातायात एवं एलीफेंट गेट ब्रिज रोड के इस्तेमाल करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। एक अनुमान के अनुसार करीब 4 लाख लोगों को इस पुल के बन जाने से फायदा होगा। व्यापारिक दृष्टि से भी यह ब्रिज बहुत महत्वपूर्ण है। यह वालटैक्स रोड को चूलै मेन रोड से जोड़ता है।
300 करोड़ पूरे प्रोजेक्ट का खर्च इसमें से रेलवे 35 करोड़ खर्च करेगी। 85 करोड़ राज्य सरकार खर्च करेगी जिससे एप्रोच रोड बनाया जाएगा। 180 करोड़ रुपए भूमि अधिग्रहण पर खर्च किए जाएंगे।