मैंने मोटर की मदद से घर से पानी निकालने के काम का जायजा लिया। घर की स्थिति सामान्य होने तक दंपति को पास के स्कूल में रहने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि अस्थाई राहत के तौर पर 10 हजार की कीमत के राशन भी प्रदान किए गए हैं। वृद्ध दंपति एआईएडीएमके के वफादार हैं और यह घर की दीवारों पर लगे नेताओं की तस्वीरों से स्पष्ट होता है। लेकिन मुख्यमंत्री सभी वर्गों के लोगों की शिकायतों का निवारण करना चाहते हैं, चाहे उनकी राजनीति संबंद्धता कुछ भी हो।
इसी बीच कोलात्तूर के पुलिस निरीक्षक अजू कुमार ने बताया कि उन्होंने दंपति के लिए भोजन की पेशकश करने के लिए एक एनजीओ से मदद ली है। घर से पानी निकालने के लिए लगाए गए मोटर की व्यवस्था भी कराई है। रिपोर्ट के अनुसार दंपति सड़क किनारे ठेले में टिफिन सेंटर चलाकर रहते थे। लेकिन कोरोना महामारी के बाद से सुगुना को मधुमेह हो गया और छोटे व्यापार को चलाने में असमर्थ हो गए।