चयनित जिलों में किसानों की फसल पद्धति और मांगों के आधार पर सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। 25 से 50 टन की कोल्ड स्टोरेज की सुविधा देने के अलावा उत्पादों के प्रदर्शन के लिए किसानों के लिए दुकाने, मूल्यवर्धन केंद्र, किसानों के लिए प्रशिक्षण केंद्र और मैकेनिक शॉप होंगे। इसके अलावा इसमें एटीएम, किराना दुकान और कैंटीन की भी सुविधा होगी। अगर किसानों के उत्पाद उचित दामों में नहीं बिक रहे तो वे उत्पादों को कोल्ड स्टोरेज में रख सकते हैं। किसान उत्पादक संगठनों और महासंघों को अपने उत्पाद बेचने के लिए दुकानें दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि तिरुवन्नमालै जिले के छेगम टाउन में जगह की पहचान भी की गई है। राज्य के उपमुख्यमंत्री और वित्तमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम में गत शुक्रवार को बजट पेश करते हुए कहा था कि इस योजना के लिए कोष का आवंटन किया गया है।