लाल, पीले, हरे, नारंगी, नीले व बैंगनी रंग के स्मार्ट ठेलों पर बिकेगा सामान
लाल, पीले, हरे, नारंगी, नीले व बैंगनी रंग के स्मार्ट ठेलों पर बिकेगा सामान – बदला नजारा देखने को मिलेगा मरीना बीच पर – मरीना बीच पर विक्रेता अब नए ठेलों पर सामान बेचते दिखेंगे – मार्च तक तैयार होंगे स्मार्ट ठेले
Smart carts for Marina beach
चेन्नई. मरीना बीच पर 900 स्मार्ट ठेले सजेंगे। नए ठेलों के लिए ग्रेटर चेन्नई निगम ने कार्यादेश जारी किया है। ए क्वाइड इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर अभिषेक रंगासामी ने बताया कि यह ठेले सात फीट लम्बे व तीन फीट चौड़े होंगे। इन्हें बीच पर आसानी से रखा जा सकेगा। इन्हें बनाने का काम शुरू कर दिया है। ये ठेले छह अलग-अलग रंगों में होंगे। इनमें लाल, पीला, हरा, नारंगी, नीला व बैंगनी रंग के होंगे। मार्च तक इनके तैयार होने के आसार है। ठेले के ऊपर सोलन पैनल होगा। जो कुछ महीनों के बाद स्थापित किया जाएगा।
हर माह चुकाने होंगे एक हजार
ठेले निशुल्क दिए जाएंगे लेकिन विक्रेताओं को हर महीने एक हजार रुपए चुकाने होंगे। निगम के राजस्व विभाग के अनुसार, ठेले आवंटन के लिए दो श्रेणी रखी गई है। ए श्रेणी में समूचे मरीना क्षेत्र के विक्रेताओं को आवंटन में प्राथमिकता दी जाएगी। बी श्रेणी के तहत नए विक्रेता आवेदन कर सकेंगे। 14 दिसम्बर तक ए श्रेणी के तहत 1312 आवेदन प्राप्त हुए है। बी श्रेणी के तहत 12,841 आवेदन मिले है। पहली श्रेणी के तहत 540 विक्रेताओं को ठेले दिए जाएंगे। दूसरी श्रेणी के तहत 360 को आवंटन किया जाएगा। न्यायाधीश के. अग्निहोत्री के निर्देशन में लोट सिस्टम के तहत ठेलों का आवंटन किया जाएगा। इसके लिए नौ सौ ठेले उलब्ध कराए जा रहे हैं। शेष विक्रेताओं को बीच खाली करनी होगी।
विरोध के स्वर
तमिलनाडु स्ट्रीट वेंडिंग वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव वी. मगेश्वरन कहते हैं, शहर में 1.5 लाख विक्रेता है। लेकिन निगम ने केवल 28 हजार को ही पहचान पत्र जारी किए हैं। अब जो विक्रेता पचास साल से मरीना बीच पर जीवनयापन के लिए निर्भर हैं, उन्हें बीच खाली करना होगा। यह उचित नहीं है. स्थायी विक्रेताओं के साथ ही पांच सौ अस्थायी विक्रेताओं को आईडी कार्ड जारी किए हैं। अकेले मरीना बीच पर स्ट्रीट वेंडर्स के लिए आठ यूनियनें हैं। इस आवंटन के विरोध में सोमवार को प्रदर्शन करेंगे।