नई दिल्ली में गुरुवार को राज्य के ऊर्जा और आबकारी पी. तंगमणि ने रेल व कोयला मंत्री पीयूष गोयल से भेंट की। उनके साथ तांजेडको के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक विक्रम कपूर और ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव नजीमुद्दीन भी थे।
तंगमणि ने पीयूष गोयल को बताया कि २०२०-२१ में नार्थ चेन्नई, उप्पूर, उडऩकुड़ी, एण्णूर सेज, एण्णूर विस्तार और एण्णूर विकल्प में करीब ५००० मेगावाट की ताप बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा। राज्य के ताप बिजलीघरों के लिए प्रतिदिन ७२ हजार एमटी टन कोयले की आवश्यकता होती है।
बरसात का मौसम शुरू हो चुका है इसलिए हमें १५ दिन का कोयले का स्टॉक रखना होगा। लिहाजा प्रतिदिन के २० कोयला वैगन के हिसाब से यह स्टॉक भिजवाया जाए।
तंगमणि ने इसके बाद केंद्रीय ऊर्जा और अक्षय ऊर्जा राज्य मंत्री प्रभार आर. के. सिंह से भेंट की।
उनसे आग्रह किया कि तमिलनाडु को नेशनल ग्रिड से ६३१२ मेगावाट बिजली आवंटित हुई है और इसमें से ३३७६ मेगावाट बिजली की ही आपूर्ति की गई है। कोटे की शेष बिजली भी उपलब्ध कराई जाए।
मंत्री ने यह भी आग्रह किया कि राज्य में मई से सितम्बर महीने तक पवन ऊर्जा का उत्पादन अच्छा होता है इस अवधि में कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र को अनुरक्षण कार्य के लिए बंद रखा जाए। अन्य महीनों में बंद करने से बिजली संकट बढ़ जाता है।