उन्होंने कहा कि उनके गुट द्वारा की जा रही मांग कि मुख्यमंत्री एडपाड़ी के. पलनीस्वामी और उप-मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम को उनके पदों से हटाया जाए, में किसी प्रकार का बदलाव नहीं आएगा। ऐसे में राज्य के मुख्यमंत्री एडपाड़ी के. पलनीस्वामी द्वारा बुलाई गई बैठक में उनके गुट के सदस्य शामिल नहीं होंगे। तमिलसेल्वन ने कहा कि रविवार को एआईएडीएमके मुख्यालय से फोन पर संपर्क कर मंगलवार को होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था।
लेकिन वह जानना चाहते हैं कि इससे पहले हुए बैठक में उन लोगों को आमंत्रित क्यों नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री को पार्टी से निकालने की मांग को पूरा नहीं किया जाता तब तक हम लोग बैठक में शामिल नहीं होंगे। इससे पहले एआईएडीएमके के दो सांसदों ने दिनकरण से मुलाकात कर उनको अपना समर्थन दिया। सांसद सेंगट्टुवन और उदयकुमार ने दिनकरण से उनके अड्यार स्थित आवास पर मुलाकात की।
संवाददाताओं से बातचीत के दौरान सेंगट्टुवन ने कहा कि तमिलनाडु में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है ऐसे में मुख्यमंत्री को अपने पद से पीछे हट जाना चाहिए। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री स्व. जे.जयललिता के समय काफी बेहतर शासन था। लेकिन वर्तमान स्थिति तमिलनाडु के लोगों के लिए शर्म की बात है।
इसी बीच दिनकरण ने लोकसभा सांसद केआरपी प्रभाकरण को तिरुनेलवेली ग्रामीण जिला सचिव के पद से निकाल दिया। उनकी जगह पर एस.एस.एन चोकलिंगम को पद सौंप दिया।
अनीता के परिजनों को हर तरह से सहायता करेगी सरकार : डी. जयकुमार
मत्स्य मंत्री डी. जयकुमार ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार नीट मुद्दे से दुखी होकर कथित तौर पर खुदकुशी करने वाली दलित छात्रा अनीता के परिजनों की हर तरह से सहायता करेगी। यहां संवाददाताओं से बातचीत में मृतका के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि परिजनों की सहायता के लिए सरकार सभी आवश्यक मदद के लिए तैयार है। उम्मीद करता हूं कि सरकार द्वारा घोषणा की गई वित्तीय सहायता की राशि जल्द ही परिजनों को मिल जाएगी। सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि उनके प्रतिनिधियों से बातचीत कर मामले का हल निकाला जाएगा। उल्लेखनीय है कि अरियलूर निवासी अनीता ने गत शुक्रवार को नीट का विरोध करते हुए फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।