भीषण जलसंकट से जूझ रहे शहर को जलसंकट मुक्त कराने 2017 में आए 74 करोड़ के अमृत योजना प्रोजेक्ट का काम फिलहाल नाम मात्र के लिए चल रहा हैं। प्रोजेक्ट के तहत शहर की 375 किलोमीटर पाइप लाइन का विस्तार किया जाना था। जो अभी भी चल ही रहा हैं। इसके अलावा कुछ टंकियों के निर्माण कार्य होने के बाद उनकी टेस्टिंग नहीं हो सकी हैं। सबसे मुख्य काम लाइन टेस्टिंग भी काम अंधूरे रहने के कारण नहीं हो सकी हैं, ऐसे में मार्च एंड तक कैसे लोगों के घरों तक पानी पहुंच पाएगा समझ के परे हैं।
नहीं नजर आ रहा युद्ध स्तर का काम
पिछले दो वर्ष से जनता इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के इंतजार में हैं। शुरुआत में तो इस काम में गति नजर आई, लेकिन पिछले एक साल से काम कछुआ गति में चल रहा हैं। इसके पहले दिसंबर 2019 तक काम पूरा करने दावा नगरपालिका द्वारा किया जा चुका हैं, लेकिन फरवरी 2020 निकलने को हैं और काम अब भी 20 प्रतिशत तक शेष रह गया हैं। योजना के तहत काम में रफ्तार भी नजर नहीं आ रही हैं। ऐसे में लोगों की टेंशन एक बार फिर बढऩा शुरू हो गई हैं।
60 प्रतिशत से अधिक शहर में नहीं हैं सप्लाई
शहर की कुल क्षेत्रफल में से महज 40 प्रतिशत क्षेत्र में ही नगरपालिका की पाइपलाइन से पानी पहुंचता हैं। जबकि 60 प्रतिशत आबादी में आज तक नगरपालिका पानी नहीं पहुंचा सकी। इस आबादी में पिछले 2 सालों से नई पाइप लाइन तो बिछ चुकी हैं, लेकिन पानी का इंतजार अब भी हैं। बता दें कि शहर में पानी पहुंचाने वाले जलस्रोत धसान नदी, बूढ़ा बांध और खोंप ताल में भी इस बार पर्याप्त पानी है। जिससे 40 फीसदी में तो पानी पहुंचता रहेगा, लेकिन शेष आबादी में जलसंकट बना रहेगा।
पाइप लाइन, टेस्टिंग और बॉल्व इंस्टालेशन बढ़ाएगी देरी
शहर में चल रहे प्रोजेक्ट की वर्तमान स्थिति पर नजर डाले तो अभी पाइन लाइन का काम भी पूरा नहीं हो सका हैं। जबकि टंकियों को मेन लाइन से जोडऩे और टेस्टिंग के काम भी अंधूरे हैं। इसके बाद अनेक टंकियों के बॉल्व इंस्टालेशन के काम भी पूरे नहीं हो सके हैं। फिल्टर प्लांट पर लाइन कनेक्टविटी सहित अन्य काम अब भी अंधूरे हैं। जो माह के भीतर पूरा होना संभव नजर नहीं आते हैं। टंकियों के काम जरूर हो जाने से थोड़ी राहत नजर आती हैं।
प्रोजेक्ट के तहत यह है योजना
अमृत योजना के तहत शहर में नवीन 7 टंकी, दो नए आधुनिक फिल्टर प्लांट, 375 किलोमीटर पाइप लाइन, धसान नदी पर इंटेकबेल, स्टापडेम, घर-घर नल कलेक्शन देना जैसे महत्वपूर्ण कार्य हैं। एक प्लांट धसान नदी पर तो दूसरा बूढ़ा बांध पर बनाया जा रहा है। पानी स्टोरेज के लिए बने एनीकट में काफी मात्रा में पानी रुक सकता हैं, जिससे भी पानी की कमी आने पर राहत रहेगी।
वर्जन
योजना के तहत काम काफी स्पीड से चल रहा हैं। हम मार्च एंड तक वार्डों में पानी पहुंचाने की स्थिति में हैं। इसके लिए शेष कार्यों को निबटाने का काम किया जा रहा हैं। जल्द ही टेस्टिंग शुरू की जाएगी।
अंकित अरजरिया, नोडल अधिकारी अमृत योजना, नगरपालिका छतरपुर