प्रतिभा कभी भी किसी की मोहताज नहीं होती
छतरपुर•Aug 12, 2018 / 12:10 pm•
rafi ahmad Siddqui
Pass the PSC exam Visually impaired assistant professor
छतरपुर। कहते प्रतिभा कभी भी किसी की मोहताज नहीं होती। प्रतिभाशाली चाहे शारीरिक रूप से सक्षम हो या अक्षम हो बस कुछ कर गुजारने का जनून मन में होना चाहिए कामयाबी अपने आप हासिल हो जाती है। ऐसा ही बड़ामलहरा नगर के एक दृष्टिबाधित युवा ने विषम परिस्थतियों में अपने आप को संभाल कर कामयाबी की नई इबारत लिखी है । नगर के वार्ड नं 12 में रहने रहने वाले अभय जैन का एमपी पीएससी परीक्षा उत्तीर्ण कर असिस्टेंट प्रोफेसर में उनका चयन हो गया है।
एक गरीब परिवार में जन्मे अभय जैन जन्म से दृष्टिबाधित है। उनके पिता दशरथ लाल जैन गेहूं तुलाई का काम करते थे। जिनका निधन हो गया। साथ ही उनकी मां काशीबाई जैन खुद पैरों से विकलांग है और उनका बड़ा भाई सुरेंद्र जैन भी दृष्टिबाधित है। अभय जैन ने अपनी मेहनत से पढाई पूरी की और आज वो भी संविदा वर्ग 2 मे ग्राम उजरा गढीमलहरा में शिक्षक के पद पर नियुक्त है। साथ ही उनका छोटा भाई रजनीश जैन शारीरिक रूप से सही है वह घर में रह कर अपनी मां की सेवा कर रहा है। अभय जैन की बचपन से यादाश्त बहुत तेज थी इसलिए उसको प्रारम्भिक शिक्षा के लिए दिल्ली के सरकारी दृष्टिबाधिर स्कूल में भेजा गया। जहां स्कूली पढ़ाई के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए् और एमए की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद उसने नेट जेआरएफ की प्रतियोगी परीक्षा दी। जिसमें सफलता हासिल कर वर्धा यूनिवर्सिटी से एमफिल किया। साथ ही इसी वर्ष 2018 के एमपीपीएससी द्वारा आयोजित असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा में शामिल हुए। जिसमें उनका चयन हुआ है। अभय जैन के चयन से कांग्रेस नेत्री मंजुला शील डेवडिय़ा, प्रद्युम्न फौजदार, अभय जैन, गजेंद्र जैन, नितिन चौधरी, प्रमोद जैन, रवि बजाज, पंकज जैन, पवन जैन, बाटू, संजीव जैन, वैभव जैन, रवि जैन, संकल्प जैन, इंकलाब, बेटू मोदी, अमित जैन, लोकेश जैन, आयुष विक्की जैन ने बधाई दी है।