लॉकडाउन के दौरान शनिवार को जिला मुख्यालय की सड़कों पर केवल प्रशासन व पुलिस की टीमें ही नजर आईं। पुलिस व प्रशासन की टीम मुख्य मार्गो, बाजारों, बस स्टैंड की निगरानी करती रही, ताकि लोग वेवजह आवाजाही न करें। इसके साथ ही नगरपालिका की टीम वाहनों में लाउड स्पीकर लगाकर लोगों से घरों में ही रहने की अपील करती नजर आई। जिला मुख्यालय से जिले के शहरों-नगरों और गांवों की ओर जाने वाली सड़कों पर भी पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा। पूरे दिन में एक दो प्राइवेट वाहन ही आवाश्यक कार्य के चलते गुजरते नजर आए। कलेक्टर-एसपी पूरी व्यवस्था पर निगरानी रखे रहे। अनुविभा ग स्तर पर एसडीएम-एसडीओपी व्यवस्थाओं को बनाए रखने में जुटे रहे। मेडिकल की टीम अस्पतालों में तैनात रही। कहीं-कहीं दूध डेयरियां सुबह के समय खुली जरूर लेकिन दोपहर होने से पहले वे भी बंद हो गईं। प्रमुख सड़कों के साथ गली मोहल्लों में भी सन्नाटा रहा। शहर के ह्दय स्थल छत्रसाल चौक पर पूरी तरह सन्नाटा रहा। जिला अस्पताल के बाहर भी सन्नाटा पसरा रहा। बस स्टैंड पर रोज की तरह बसों व यात्रियों का जमवाड़ा नहीं था। जिला मुख्यालय का बाजार पहली बार पूरी तरह से बंद रहा। चौक बाजार, हटवारा बाजार, गल्लामंडी, पन्ना नाका, बिजावर नाका, देरी रोड तिराहा, आकाशवाणी चौक, महल रोड, बेनीगंज, सटई रोड के बाजार पूरी तरह से बंद रहा।
जिले के दूसरे नंबर का बड़ा शहर नौगांव भी लॉकडाउन रहा। बस स्टैंड पर सन्नाटा पसरा रहा। स्टैंड पर न तो बसें थी, न लोग ही नजर आए। शहर के चौराहो-तिराहो पर प्रशासन-पुलिस की टीम नजर आई, जो सड़क पर नजर आने वाले लोगों से उनके बाहर निकलने का कारण पूछते और घर वापस जाने की सलाह देते नजर आए। नौगांव- छतरपुर समेत जिले के 13 नगरीय निकायों में लॉकडाउन रहा। सभी जगह आवागमन बंद रहा, जबकि जरुरी सेवाएं चालू रहीं।
कोरोना वायरस से लड़ाई में शामिल लोगों ने बंद को समर्थन दिया। लेकिन बिना किसी डर-भय के वीकेंड का आनंद परिवार के साथ घरों में ही लिया। कोई टीवी देखकर तो कोई कैरम, लूड़ो या अंताक्षरी खेलकर परिवार के साथ बंद को समर्थन देता और उत्साह के साथ वीकेंड मनाता नजर आया। कई परिवारों में पुरुषों ने घरों में खाना बनाया और सभी ने मिलकर भोज का आनंद लिया। परिवार के लोग एक साथ बैठे और कोरोना से लड़ाई को जीतने के लिए एकजुट होने और सभी तरह की सावधानी बरतने पर चर्चा करते रहे। लोगों ने मोबाइल पर अपने रिश्तेदारों से संपर्क कर न केवल उनका हालचाल जाना बल्कि कोरोना की लड़ाई में पूरे मन से सरकार का साथ देने के लिए एक दूसरे को प्रेरित करते रहे। लोग टीवी चैनलों पर नजर बनाए हुए थे, वहीं, सोशल साइटों पर चल रहे मैसेजों पर प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया पर कोरोना के प्रति जंग को समर्थन देते रहे।
रात में आतिशबाजी पर एफआईआर के निर्देश
शुक्रवार की रात छत्रसाल चौराहे पर लॉकडाउन का पालन कराने के लिए मौजूद कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह और पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने जब आतिशबाजी होते देखी तो काफीले के साथ आतिशबाजी स्थल पहुंचे। छत्रसाल चौक से कुछ दूर निजामी मार्केट बेनीगंज मोहल्ले के बाहर रोशनी जगमगा रही थी और सटर बंद किया गया था। सटर खुलवाया गया और वहां रह रहे लोगों से आतिशबाजी किए जाने की जानकारी ली गई। वहां रह रहे सलीम खान के परिवार ने मांगलिक प्रसंग होने से आतिशबाजी करने की जानकारी दी जाने पर उनके खिलाफ बिना अनुमति के आतिशबाजी करने और लॉकडाउन का उल्लंघन किए जाने पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए।
लॉकडाउन के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए छतरपुर शहर के 40 वार्डों को 8 भागों में विभाजित करते हुए प्रत्येक वार्ड में दो-दो अधिकारियों के मान से 16 अधिकारियों को तैनात किया गया। छतरपुर शहर के वार्ड 1 से 5 के लिए एसके. शर्मा, संजय साहू, वार्ड 6 से 10 के लिए आरएस शुक्ला और बसंत अग्रवाल, वार्ड 11 से 15 के लिए जेपी आर्य और एफजे खान, वार्ड 16 से 20 के लिए मनोज कश्यप और एमके रूसिया, वार्ड 21 से 25 के लिए महेन्द्र सिंह और बीके सिंह, वार्ड 26 से 30 के लिए रविन्द्र माणिकपुरी और आरपी लखेर, वार्ड 31 से 35 के लिए डॉ. विमल तिवारी और करन सिंह तथा 36 से 40 नंबर वार्ड तक लॉक डाउन लागू करवाने राघव पत्सारिया और आशुतोष गुप्ता मौजूद रहे।