डैम के बीच एक टापू के पास नाव के झाड़ी में फंसने से लेकर रेस्क्यू टीम के पहुंचने तक लगभग ढाई घंटे का समय लगा। इस दौरान नाव में बैठे सभी 9 युवक जान बचाने की गुहार लगाते रहे। गनीमत थी कि एक युवक के मोबाइल में नेटवर्क होने से समय पर सूचना रेस्क्यू टीम को मिल गई। हालांकि डैम में पानी की गहराई अधिक होने से युवक काफी घबड़ा गए थे। युवक बार-बार मोबाइल पर ही रेस्क्यू टीम को जल्द से जल्द आने की गुहार लगाते रहे। होमगार्ड विभाग की कमाडेंट स्नेहलता ने बताया कि युवकों को मोबाइल पर धैर्य रखने की समझाइश दी गई। युवकों ने घबड़ाकर कोई गलत कदम नहीं उठाया इसी वजह से रेस्क्यू सफल रहा।
युवकों को बचाने में गोताखोर एवं नाव चालक जटलापुर निवासी नेवाराम कहार, धनीराम, अनूप कहार एवं होमगार्ड कार्यालय रेस्क्यू टीम डिस्ट्रीक्ट कमाडेंट स्नेहलता, गणेश कुमार धुर्वे, प्रदीप शर्मा, रामप्रसाद, श्रीपाल, गौतम, दीपक, राहुल, अंकित, कुमार सिंह, सौरभ एवं धर्मटेकड़ी चौकी प्रभारी उनि सुधाकर सिंह परिहार, नरेन्द्र उपाध्याय, इंद्रजीत, महेश, तरूण, राजकुमार, राजेश सहित अन्य का सराहनीय योगदान रहा।