पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि जिला सिवनी के थाना घंसौर अंतर्गत आने वाले ग्राम दारोट निवासी संतलाल पिता मेहतरसिंह धुर्वे स्वयं के ट्रक एमपी 22 एच 0743 से अपने साथी कंडक्टर बालचंद, लेवर सगीर एवं रिजवान के साथ भैंसे के पाड़े लेकर 14 नवम्बर को महाराष्ट्र औरंगाबाद जा रहा था। सुबह करीब आठ बजे ग्राम चिरई डोगरी जिला मंडला से 19 भैंस के पाड़े खरीदे थे। महाराष्ट्र जाते समय रास्ते में राजना चेक पोस्ट के पास मेहराखापा गांव के आगे घाट के उपर पहुंचे तभी तीन आरोपी कार क्रमांक एमएच 49 एफ 0673 से पीछा करते हुए पहुंचे और ट्रक को रोका लिया। स्वयं को पुलिसकर्मी बताकर बदमाश ट्रक में सवार चारों लोगों को कार में बिठाकर पांढुर्ना की तरफ लेकर गए। आगे जाने पर सभी से मोबाइल छीन लिए। तीन लोगों को कार से उतार दिया और संतलाल को लेकर ट्रक के पास पहुंचे, उसके साथ भी मारपीट करने के बाद दस हजार रुपए लेकर पाड़े सहित दस ट्रक लेकर फरार हो गए। पीडि़त ने किसी तरह रेमंड चौकी पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर तलाश शुरू की। पुलिस की टीमों का गठन करने के साथ ही आरोपियों पर दस हजार रुपए के इनाम की घोषणा भी की थी।
दस लाख रुपए का मशरूका बरामद
पुलिस ने कार के रजिस्ट्रेशन नम्बर मिलते ही उसके मालिक शकील अहमद निवासी कपिल नगर नागपुर को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देना कबूल लिया। सभी आरोपियों को नागपुर से गिरफ्तार करने के बाद उनके कब्जे से वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल की कार, 18 नग पाड़े, एक मोबाइल, नकदी दस हजार रुपए, लूटा गया ट्रक जब्त किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी में लोधीखेड़ा थाना प्रभारी भूपेन्द्र गुलबांके, चौकी प्रभारी पिपलानारायणवार धर्मेन्द्र कुशराम, रेमण्ड चौकी प्रभारी खैमेन्द्र जैतवार, बड़चिचोली चौकी प्रभारी जितेन्द्र यादव, आरक्षक मनीष टेमरे, अखिलेश प्रताप, भाग्यश्री, आदित्य रघुवंशी एवं शिवकरण पांडे की अहम भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल ने टीम को पुरुस्कृत करने की घोषणा की है।