किसानों को इंतजार करने की सलाह कृषि विभाग के अधिकारी और वैज्ञानिक किसानों को अभी इंतजार करने के लिए कह रहे हैं। माससून के पहले की गतिविधियां न होने के कारण बोवनी कर खतरा मोल लेने से किसानों को मना किया जा रहा है। कृषि वैज्ञानिक ने कम से कम 100 मिमी बारिश के बाद ही बोवनी करने कहा है। इस बार किसानों को गहरी जुताई न करने की सलाह भी दी जा रही है। देर से बोवनी करने के साथ अंतवर्तीय फसल यानी एक साथ दो फसलें लगाने भी कहा जा रहा है। ध्यान रहे इस बार जिले में खरीफ बोवनी पांच लाख हैक्टेयर में करने का लक्ष्य दिया गया है।
पर्याप्त नमी के बाद ही बोवनी करें विभाग के मैदानी अधिकारी कर्मचारी किसानों से सम्पर्क बनाए हुए हैं। उन्हें पर्याप्त नमी के बाद ही बोवनी की सलाह दी जा रही है। 15-20 दिन की देरी के बाद भी फसल अच्छी ली जा सकती है इसलिए किसानों को जल्दबाजी नहीं करने के लिए कहा जा रहा है। बीज बोने के लिए अभी पर्याप्त समय है इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है।
जेआर हेडाउ, उपसंचालक, कृषि विभाग
जब तक बोवनी के लायक पर्याप्त बारिश नहीं होती तब तक खेतों में दूसरी तैयारी करने किसानों को कहा जा रहा है। जहां एक इंच से ज्यादा बारिश हो गई है वहां खेतों को जोतकर तैयार रखने की सलाह किसानों को दी जा रही है। बीजों को उपचारित कर रखने कहा गया है जैसे ही बारिश शुरू होती है बोवनी किसान शुरू कर सकते हैं।
डॉ. विजय पराडकऱ, कृषि वैज्ञानिक