बता दें कि मॉडल रेलवे स्टेशन में स्थित रेलवे अस्पताल में लगभग चार माह से डॉक्टर पदस्थ नहीं था। ऐसे में स्टाफ परेशान था। सबसे ज्यादा परेशानी सेवानिवृत्त कर्मचारियों को आ रही थी। इस सश्वबंध में कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन कार्यवाही नहीं हुई। हैरत की बात यह है कि जिन पैरामेडिकल स्टाफ का काम दवा देना या फिर इंजेक्शन लगाना है वे मरीजों का इलाज कर रहे थे। शुक्रवार को दपूमरे नागपुर मंडल से आई सीएमएस सुगन्धा राहा के समक्ष कर्मचारियों ने आक्रोश दिखाया। जिस पर उन्होंने जल्द ही डॉक्टर की नियुक्ति का आश्वासन दिया था। इस मामले को पत्रिका ने प्रमुखता से प्रकाशित कर जिम्मेदारों को अवगत कराया था।
छिंदवाड़ा प्रदेश में अव्वल
छिंदवाड़ा . राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने तथा प्रेरणा योजना में हितग्राहियों को लाभ दिलाने के मामले में छिंदवाड़ा प्रदेश में पहले स्थान पर है। बताया जाता है कि महिला तथा पुरूष को परिवार कल्याण ऑपरेशन तथा बच्चों के जन्म में अंतर को सुनिश्चित करने के लिए अंतराल विधियों की निशुल्क सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
एनएफएचएस-४ २०१५ के अनुसार वर्तमान में सकल प्रजनन दर २.३ को २०२० तक २.१ पर लाना लक्ष्य तय किया गया है। योजना के अनुसार महिला नसबंदी में हितग्राही को १४०० व प्रेरक को २०० तथा पुरूष हितग्राही को २००० व प्रेरक को ३०० दिए जाते है। मीडिया अधिकारी डॉ. प्रमोद वासनिक ने बताया कि प्ररेणा योजना अंतर्गत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले दम्पतियों को शर्तों के अनुसार १९ वर्ष में महिला की शादी, दो वर्ष के बाद प्रथम संतान तथा प्रथम-द्वितीय संतान के बीच तीन वर्ष का अंतराल होने पर पात्रता मिलती है। इसके तहत १५, १७ व १९ हजार रुपए की राशि मिलने का प्रावधान है। सीएमएचओ डॉ. जेएस गोगिया ने इस योजना का अधिक से अधिक लाभ लेने की सलाह दी है।