जानकारों के अनुसार अंतरिम बजट एक अस्थाई व्यवस्था है, जिसमें नई सरकार के कार्यभार संभालने तक सरकारी आय और व्यय कवर होता है। जबकि पूर्ण बजट एक व्यापक वित्तीय योजना है, जिसमें सरकार आय, व्यय, आवंटन और नीतिगत घोषणाओं के सभी पहलू शामिल होते हैं।
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चुनाव से पहले अंतरिम बजट से लोकलुभावन होने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्टार्टअप को मिलने वाले करलाभों को एक साल के लिए बढ़ाया जाना स्वागत योग्य है।
सचिन वर्मा, चार्टर्ड अकाउंटेंट
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मिला जुला है बजट
बजट से काफी उम्मीद थी। महंगाई को कम करने के लिए कोई खास ऐलान नहीं किया गया है। इसके अलावा रोजगार को बढ़ावा देने के लिए कुछ नहीं दिखा।
किशोर डवले, नौकरीपेशा
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किसानों के लिए कुछ नहीं
मैं किसान परिवार से हूं। किसानी को बढ़ावा देने के लिए कोई घोषणा नहीं है। सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का दायरा भी नहीं बढ़ाया है।
श्रृष्टि, युवा
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बजट थोड़ी खुशी देने वाला
इंट्रेस्ट फ्री लोन की घोषणा से जरुरतमंद विद्यार्थियों को काफी लाभ होगा। आशाकर्मी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को आयुष्मान भारत योजना के दायरे में लाने की घोषणा स्वागत योग्य है।
प्रियांशी पांडे, युवा
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रोजगार को लेकर नहीं घोषणा
शिक्षा और रोजगार को लेकर कोई खास ऐलान नहीं किया गया है। हां यह जरूर है कि इस बार का बजट दूरदर्शी लग रहा है। देखना यह है आगामी समय में कैसा प्रभाव पड़ेगा।
हर्षित सोनी, युवा