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छिंदवाड़ा

College admission: कॉलेजों में बीते 90 दिन से हो रहा था यह काम, प्राध्यापकों ने अब ली राहत की सांस

शासकीय एवं अशासकीय कॉलेज में गुरुवार को तीन माह से चली आ रही प्रवेश प्रक्रिया संपन्न हो गई।

छिंदवाड़ाSep 14, 2019 / 12:12 pm

ashish mishra

College admission: कॉलेजों में 90 दिन से आयोजित प्रवेश प्रक्रिया हुई संपन्न, रिक्त रह गई सीटें

College admission: कॉलेजों में 90 दिन से आयोजित प्रवेश प्रक्रिया हुई संपन्न, रिक्त रह गई सीटें

छिंदवाड़ा. उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार जिले के शासकीय एवं अशासकीय कॉलेज में गुरुवार को तीन माह से चली आ रही प्रवेश प्रक्रिया संपन्न हो गई। हालांकि अंतिम दिन काफी कम संख्या में विद्यार्थियों ने दाखिले में दिलचस्पी दिखाई। जिले के दो प्रमुख पीजी कॉलेज एवं गल्र्स कॉलेज की बात करें तो सीएलसी राउंड में 25 प्रतिशत से अधिक सीट वृद्धि के बाद भी यहां काफी सीट रिक्त रह गई। कॉलेजों का कहना है कि सीट वृद्धि का उद्देश्य सभी विद्यार्थियों को प्रवेश देना था। कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया संपन्न होने के बाद अब कॉलेजों के सामने समय पर अध्यापन कार्य पूरा कराना चुनौती है। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार सेमेस्टर विद्यार्थियों को कम से कम 90 दिन क्लास में उपस्थिति होनी चाहिए। हालांकि अब विभाग खुद के बनाए नियम का पालन नहीं कर पाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि अब की स्थिति में विद्यार्थी और शिक्षक दोनों को दोगुना मेहनत की जरूरत है। तभी विद्यार्थी पूरे ज्ञान के साथ नवंबर माह में परीक्षा दे पाएंगे।
प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव की जरूरत
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कॉलेजों में स्नातक में 10 जून एवं स्नातकोत्तर में 15 जून से प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ की गई जो 12 सितंबर तक चली। इतनी लंबी प्रवेश प्रक्रिया के चलते कॉलेजों में शैक्षणिक कार्य बुरी तरह प्रभावित हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार कॉलेजों में स्टाफ की भारी कमी है। प्रवेश की लंबी प्रक्रिया से व्यवस्था बनाना मुश्किल होता है। उच्च शिक्षा विभाग को चाहिए कि वे प्रवेश प्रक्रिया को इतना लंबा न खींचे। इसमें बदलाव की जरूरत है।

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