आदिवासी विधानसभा जुन्नारदेव के कृषकों को वर्तमान में मौसम की दोहरी मार पडऩे के कारण अब आंसू बहाने पर विवश होना पड़ रहा है।
छिंदवाड़ा•Mar 28, 2020 / 05:32 pm•
Sanjay Kumar Dandale
Crop of rain on crops
छिंदवाड़ा/हनोतिया. आदिवासी विधानसभा जुन्नारदेव के कृषकों को वर्तमान में मौसम की दोहरी मार पडऩे के कारण अब आंसू बहाने पर विवश होना पड़ रहा है।
जहां एक ओर किसान की फसल पककर पूरी तरह तैयार थी ओर किसान फसलों की कटाई कर रहे थे ऐसे में किसानों पर इन्द्रदेव का कहर बारिश बनकर टूट पड़ा और खेतों में किसानों की कटी हुई फसलें और लगी हुई सूखी फसलें नष्ट होने की कगार पर है। गत दिनों दो दिनों तक हुई बारिश से किसानों ने जो खेतों में फसल काटकर रखी थी वह खराब हो चुकी है और किसान अब अपनी खराब हुई फसलों को लेकर चिंतित नजर आ रहा है। किसानों पर लगातार बेमौसम बारिश की मार उनकी कमर तोड़ रही है। किसान अब शासन प्रशासन से मुआवजे क मांग कर रहे हैं। बेमौसम बारिश ने किसानों के हौसलों को भी पस्त कर दिया है।
एक बार फिर अन्नदाता संकट में है और उसकी आस एक बार फिर शासन प्रशासन से लगी हुई है। किसानों द्वारा खेतों में नष्ट हुई फसलों का मुआवजा शासन प्रशासन से मांगा है।
यदि मुआवजा नहीं मिलता है तो ऐसी स्थिति में किसानों की हालत बद से बदतर होने की बात भी उनके द्वारा कहीं गयी है।