मंदिर परिसर में ही मैली माता का मंदिर है। कहा जाता है कि षष्ठी माता के दर्शन कर मैली माता की पूजा करने पर भक्तों की मैली, बुरी बलाएं दूर हो जाती हैं। खासकर बच्चों को बुरी नजर या बला से बचाए रखने के लिए यहां बच्चों को नहलाकर मैली माता का दर्शन कराया जाता है। प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को दूर-दूर से भक्त यहां आते हैं।