कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान बिगड़ी पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित किया था, जिसके बाद प्रबंधन ने ननि की मदद ली है।
- प्रतिदिन एक लाख लीटर पानी की आवश्यकता
जिला अस्पताल में प्रतिदिन एक लाख लीटर पानी की आवश्यकता होती है लेकिन जल स्त्रोतों के माध्यम से सिर्फ पचास हजार लीटर पानी की व्यवस्था बन पाती है। जिसके कारण दोपहर के बाद तक जिला अस्पताल के नलों में पानी खत्म हो जाता है। प्रतिवर्ष गर्मी के दिनों में जिला अस्पताल में ऐसी स्थिति बनती है जिसका नियमित समाधान नहीं हो पाता है। - इनका कहना है।
पेयजल आपूर्ति के लिए व्यवस्थाएं बनाई जा रही है जिसके लिए नगरनिगम के पानी टैंकरों का सहारा लिया जा रहा है। पूर्व में पेयजल के लिए जो व्यवस्था बनाई गई थी वह भी संचालित है, समय-समय पर निरीक्षण कर सुधार कार्य किया जाता है।
डॉ एमके सोनिया, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल, छिंदवाड़ा।