उल्लास के सरोवर में सराबोर होने का पर्व है होली
पर्व का सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला।
उल्लास के सरोवर में सराबोर होने का पर्व है होली
छिंदवाड़ा. शासकीय कॉलेज चांद में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता प्राध्यापक डॉ. अमर सिंह ने पर्व का सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला। कहा कि उत्सव अंदर से उमड़ता उल्लास होता है। अंदर से उड़ते आनंद के सरोवर को वाह्य जगत में बांटना ही पर्वों की उपादेयता है। उल्लास के सरोवर में सराबोर होने का पर्व होली है। उत्सव का आनंद सामूहिकता में ही संभव है। उत्सव मनाना मानव का जन्मजात स्वभाव है। उत्सव अवसाद से उत्पन्न मलिन प्राणशक्ति में नवस्फूर्ति का संचार करते हैं। उन्होंने कहा कि पर्व की अभिव्यक्ति वैधानिक होनी चाहिए अन्यथा विकृत प्रदर्शन उल्टा असर दिखाते हैं। हमारी उत्सवी चेतना जब ऊपर उठती है तो हम कल्पनातीत अनुभव करते हैं। उत्सव हमें अपार खुशियां देकर हमें अपने प्रकृति, सामाजिक-सांस्कृतिक व परंपराओं से जोड़ते हैं। समारोह को प्रो. राजकुमार पहाड़े, प्रो. योगेश अहिरवार, प्रो. चंद्रशेखर उसरेठे,अखिलेश शर्मा, कीर्ति महड़ोले, शोभित रघुवंशी, दीपू चौरिया, अंकित ठाकुर व स्वेच्छा रघुवंशी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर काफी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।
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