दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल के अंतर्गत छिंदवाड़ा से नागपुर आमान परिवर्तन में केलोद से भिमालगोंदी तक कुल 44 किमी में बनाए गए नए रेलमार्ग का निरीक्षण करने शनिवार को कलकत्ता से कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी(सीआरएस) एके राय सीधे भिमालगोंदी ट्रेन से पहुंचे थे।। सीआरएस ने मोटर ट्राली से भिमालगोंदी से केलोद तक बनाए गए रेलमार्ग का निरीक्षण किया। इस दौरान छोटे-बड़े ब्रिज, स्टेशन बिल्डिंग, पैनल, सिग्नल, गेट सहित संरक्षा एवं सुरक्षा के लिहाज से हर बिन्दु पर सघन जांच की।
सीआरएस के सफल स्पीड ट्रायल के बाद अनुमान है कि जल्द ही भिमालगोंदी से केलोद तक बनाए गए रेलमार्ग को सर्टीफाइड कर दिया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि इस रेलमार्ग पर अधिकतम 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने की अनुमति दी जा सकती है।
भिमालगोंदी से केलोद तक रेलमार्ग का सीआरएस होने के बाद अब निर्माण विभाग की पूरी तैयारी भंडारकुंड से भिमालगोंदी पर होगा। 20 किमी में बनाए गए इस रेलमार्ग का अधिकतर हिस्सा घाट सेक्शन में आता है। जिसमें दो बड़ी सुरंग भी है। इस खंड के अधिकतर कार्य भी पूरे हो चुके हैं। हालांकि पटरी बिछाने का कार्य अभी चल रहा है। यहां सीआरएस के निरीक्षण एवं सर्टिफिकेशन मिलने के बाद ट्रेन का परिचालन शुरु किया जाएगा। अनुमान है कि पांच माह में यहां कार्य पूरा होगा। सीआरएस के पश्चात लोगों को छिंदवाड़ा से नागपुर तक सीधे ट्रेन मिलेगी।