गृहिणी गीता मालवीय कहती हैं कि शिक्षा के साथ महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की जरूरत है। इसके लिए स्थानीय स्तर पर लघु एवं कुटीर उद्योग चाहिए। महिलाओं के लिए जिले स्तर पर एक ऐसा टोल फ्री नंबर चाहिए जिस पर कॉल करने पर उसे हर जरूरत की जानकारी के साथ मदद मिले। हम उसी प्रत्याशी को वोट देंगे जो इन मुद्दे पर बात करे। इस पर काम करें। गृहिणी किरन का कहना है कि प्रत्याशी का विजन ही मतदाताओं को आकर्षित करता है। मैं पढ़े-लिखे और एक विजन के साथ काम करने वाले और स्वच्छ छवि वाले प्रत्याशी को वोट देना पसंद करूंगी। महिलाओं की बेहतरी के लिए जिला स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है। शासकीय योजनाएं तो हैं लेकिन जमीनी रूप से उसका क्रियान्वयन नहीं दिख रहा। गृहिणी शिखा का कहना है कि शहर में आप देख लो बच्चों के लिए कही भी अच्छा पार्क नहीं है। इसके अलावा पर्यटन स्थल जरूरी है। महिलाओं के लिए स्थानीय स्तर पर छोटे उद्योग होने चाहिए। जहां पर महिलाएं अपने शिक्षा और मेहनत के बल पर आर्थिक रूप से भी मजबूत हो सके। इन मुद्दो पर काम करने वाले प्रत्याशी को ही मेरा वोट जाएगा। गृ़हिणी सुभांगी का कहना है कि अक्सर ऐसा होता है कि अच्छी शिक्षा के साथ रोजगार के तलाश में जिले से बाहर जाना पड़ता है। प्रतिनिधि ऐसा हो जो सभी व्यवस्था अपने जिले में कराए। जब जिला विकास करेगा तो प्रदेश और देश विकास करेगा। मैं ऐसे ही प्रत्याशी को मतदान करूंगी जो हर वर्ग के समस्या को समझता हो और उसे दूर करने की क्षमता रखता हो।