एजेंसियों ने भी खड़े कर दिए हैं हाथ
गेज कन्वर्जन विभाग के पास रेल परियोजना के कार्य के लिए बजट खत्म हो चुका है। निर्माण एजेंसियों का भी लगभग 50 करोड़ रुपए बकाया है। आगे के कार्य के लिए गेज कन्वर्जन विभाग के पास पैसे न होने पर निर्माण एजेंसियों ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं।
जबलपुर से नैनपुर तक रेलमार्ग का कार्य पूरा हो चुका है। इस रेलमार्ग पर ट्रेन का परिचालन भी किया जा रहा है। जबकि नैनपुर से छिंदवाड़ा तक गेज कन्वर्जन विभाग द्वारा चार खंडों में कार्य किया जा रहा है। इसमें पहला खंड छिंदवाड़ा से काराबोह(लगभग 35 किमी), दूसरा खंड पलारी से नैनपुर(लगभग 36 किमी), तीसरा खंड सिवनी से पलारी(लगभग 35 किमी), चौथा खंड काराबोह से सिवनी(लगभग 30 किमी) तक है। चारों ही खंड में रेलमार्ग का कार्य गेज कन्वर्जन विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया से अगल-अलग निर्माण एजेंसी द्वारा कराया जा रहा है। बीते तीन माह से परियोजना में कार्य नहीं हो रहा है। बजट के अभाव में परियोजना में दिन प्रतिदिन देरी होती जा रही है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अप्रैल माह में कार्य शुरु भी किया गया तो पहला खंड ही पूरा करने में जुलाई तक का समय लगेगा। संपूर्ण कार्य को पूरा करने में लगभग ड़ेढ़ साल लग जाएंगे। ऐसे में वर्ष 2022 में ही लोगों को छिंदवाड़ा से जबलपुर सीधे ट्रेन की सुविधा मिल पाएगी।