श्रीमद् भागवत सम्पूर्ण सिद्धांतों का निष्कर्ष है। भागवत कथा को सुनने से जन्म-मृत्यु के भय का नाश होता है। यह ग्रंथ भक्ति के प्रवाह को बढ़ाता है। यही नहीं भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने का यह प्रधान साधन है। मन की शुद्धि के लिए श्रीमद् भागवत से बढक़र कोई साधन नहीं है। यह उद्गार सोमवार को परासिया रोड पर षष्ठी माता मंदिर में आयोजित साप्ताहिक श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में वृंदावन से आए ब्रजनंदन महाराज ने व्यक्त किए। कथा व्यास ने कहा कि मानव कल्याण के लिए श्रीमद् भागवत कथा का उच्चारण करना चाहिए। इसमें इंसान के जीवन का सार छिपा है। श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करने एवं इसके उच्चारण करने मात्र से इंसान को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। कथा का श्रवण करने काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।