मंडी में सुबह 10 बजे से बोली का काम शुरू हो रहा है। मंडी सचिव राजेश द्विवेदी ने बताया कि चार-चार कर्मचारियेां की दो टीमें बनाई गई हैं। एक टीम सुबह 10 से दोपहर २ बजे तक बोली लगाती है। उसके बाद वे कर्मचारी आफिस में पेपर वर्क करते हैं। उसके बाद दो बजे से दूसरे चार कर्मचारी बोली लगाते हैं जो शाम तक चलती है। कुछ व्यापारी तो शाम तक भी मंडी पहुंच रहे हैं और दूसरे दिन तक अनाज बेचने का रास्ता देख रहे हैं।
जिले में मक्का की आवक के साथ रेल मार्ग से इसे बाहर भेजने का काम भी शुरू हो गया है। मिली जानकारी के अनुसार तीन रैक मक्का जिले से बाहर अन्य क्षेत्रों में पहुंचा दी गई है। इन तीन रैक में 66 हजार क्विंटल मक्का परिवहन किया जा चुका है। अनुमान है कि इस बार पचास से ज्यादा रैक अनाज बाहर भेजने की स्थिति बन सकती है। पिछले साल दो लाख मीट्रिक टन मक्का मंडी में आया था। इस बार एक लाख मीट्रिक टन यानि दस हजार क्विंटल तो सिर्फ मक्का की ही ज्यादा आवक होने का अनुमान लगाया जा रहा है।