ऐसे मिलेंगे अंक
स्वच्छता सर्वेक्षण में कुल चार हजार अंकों में १२ सौ अंक डॉक्यूमेंटेशन, १४ सौ स्वतंत्र अवलोकन और १४ सौ अंक आम जनता से स्वच्छता फीडबैक के लिए रखे गए हैं। निगम की असल परीक्षा ठोस अपशिष्ट की सफाई, संग्रहण और परिवहन, भंडारण और निस्तारण, शौचालय के उपयोग, सूचना, शिक्षा, सम्प्रेषण और व्यवहार परिवर्तन जैसे बिंदुओं पर होगी तो वहीं अच्छी रैंकिंग मेंं सिटीजन फीडबैक की बड़ी भूमिका होगी। कार्वी की टीम १५ से १९ फरवरी के बीच निरीक्षण करेगी।
देर रात तक दौड़ीं निगम की गाडि़यां
निगम आयुक्त इच्छित गढ़पाले ने स्वच्छता अभियान में जुटे कर्मचारियों को गली-मोहल्लों, कॉलोनियों, बाजारों, फुटपाथ, सडक़ों सहित पूरे शहर में सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। इसके बाद निगम की कचरा गाडि़यां सुबह से लेकर देर रात तक सडक़ों पर दौड़ती रहीं। वहीं महाशिवरात्रि के भंडारे के बाद डिस्पोजल के कचरे को तेजी से साफ किया गया। खुद गढ़पाले ने सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। निगमायुक्त ने शहरवासियों से भी स्वच्छता सर्वेक्षण में सकारात्मक फीडबैक देने और शहर को साफ-सुथरा बनाए रखने का आह्वान किया है।
जेसीबी से किए डिवाइडर साफ
नगर निगम द्वारा शहर की सडक़ों की डिवाइडर की धूल को साफ करने के लिए जेसीबी मशीन को लगाया गया। इस मशीन से देर रात तक जमा धूल को हटाया गया। इसी तरह छोटा बाजार के उत्साही युवकों ने शहर में बाइक से भ्रमण कर स्वच्छता पर जागरुकता संदेश दिया।
देररात जायजा
निगम आयुक्त इच्छित गढ़पाले और एसपी गौरव तिवारी ने देररात छोटी बाजार, फव्वारा चौक, आजाद चौक आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
पिछले साल यहां थे हम
पिछले वर्ष २०१७ के स्वच्छता सर्वेक्षण में छिंदवाड़ा शहर को देश में ५२ वां और प्रदेश में १३ वां स्थान हासिल हुआ था। उस समय डॉक्यूमेंटेशन, स्वतंत्र अवलोकन और नागरिक फीडबैक व स्वच्छता एप पर निर्धारित दो हजार में से १४०९.९६ अंक मिले थे। इस बार प्रतिस्पर्धा चार हजार अंकों पर तय की गई है।