इन सडक़ों को नुकसान, उपाय करने का निर्णय भानादेही से घोघरा मार्ग 3.40 किमी-यह मार्ग छिंदवाड़ा-चांद मुख्य जिला मार्ग पर स्थित ग्राम भानादेही से ग्राम घोघरा होता हुआ छिंदवाड़ा-सिवनी राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 347 पर स्थित ग्राम उमरिया ईसरा पर जुड़ता है। भानादेही से घोघरा मार्ग हल्के वाहनों के आवागमन करने निर्मित है। आस-पास स्टोन क्रेशर तथा डामर प्लांट स्थित होने के कारण भारी वाहनों से मार्ग बार-बार क्षतिग्रस्त हो रहा है। इस पर भारी वाहनों का यातायात वैकल्पिक मार्ग ग्राम अतरवाड़ा होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग बायपास से किया जा सकता है।
जमुनिया हिर्रीपठार, बिजोरीपठार मार्ग 9.30 किमी- हल्के वाहनों के आवागमन की इस सडक़ पर रेत परिवहन के भारी वाहनों का लगातार आवागमन हो रहा है। मार्ग को सुरक्षित रखने खनिज वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित करने के लिए हाइट बैरियर लगाए जाने का निर्णय लिया गया है।
खैरीपैकामालेगांव-करवार रेलवे स्टेशन मार्ग 4.50 किमी-यह मार्ग आठ से दस टन वाहनों के आवागमन के लिए है। रेलवे विभाग द्वारा पांढुर्ना खण्ड में तीसरी रेल्वे लाइन बिछाने का कार्य किया गया है। सामग्री के परिवहन के भारी वाहनों से मार्ग बार-बार क्षतिग्रस्त हो रहा है। इसका मेंटेनेंस रेलवे विभाग से कराया जाएगा।
अंजनगांव पहुंच मार्ग 2.60 किमी- 8 से 10 टन वाहनों के इस मार्ग पर भी रेल्वे विभाग द्वारा पांढुर्णा खण्ड में तीसरी रेलवे लाइन बिछाने का कार्य किया गया है। इस मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो रहा है। इसे भी रेलवे विभाग से सुधरवाया जाएगा।
तामिया के लिंगा पहुंच मार्ग 3.20 किमी-यातायात घनत्व के आधार पर हल्के वाहनों के आवागमन करने लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित किया गया है। 2 निजी केशरों का संचालन होने से प्रायवेट वाहनों के खनिज परिवहन से मार्ग क्षतिग्रस्त हो सकता है। ऐसे वाहनों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने निर्देशित किया गया।