रटने की अपेक्षा विषय को समझना है जरूरी
शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय चौरई में कला संकाय के हिंदी माध्यम के छात्र शिवम सनोडिया ने 96.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश की मेरिट में पांचवीं रैंक हासिल की। पिता रामकुमार सनोडिया राजमिस्त्री एवं मां भामा सनोडिया गृहिणी हैं। कक्षा 10 में शिवम 91 प्रतिशत अंक अर्जित कर स्कूल में द्वितीय स्थान पर थे। शिवम ने बताया कि किसी भी विषय को रटने की जगह, समझना जरूरी है।
प्रश्न: हायर सेकंडरी की परीक्षा की तैयारी कैसे की?
उत्तर: सत्र शुरू होते ही स्कूल में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम के साथ-पढ़ाई की। हर दिन विषय को पढ़ा। स्कूल के अतिरिक्त भी 3-4 घंटे प्रतिदिन पढ़ाई की। लिखने की स्पीड बढ़ाई।
प्रश्न: परीक्षा में अव्वल आने के लिए रिविजन कितना जरूरी है?
उत्तर रिविजन किसी भी विषय के लिए सबसे अधिक जरूरी हिस्सा है। किसी भी विषय को पढऩे के बाद उसे दोहराने या बार-बार पढऩे पर ही वह आसानी से याद हो जाता है।
प्रश्न: सोशल मीडिया की पढ़ाई में भूमिका क्या रहती है?
उत्तर: सोशल मीडिया का इस्तेमाल खुद पर निर्भर है। हम उसका इस्तेमाल ज्ञान बढ़ाने के लिए करते हैं या मनोरंजन के लिए। वह सहयोगी भी हो सकता है व ध्यान भटकाने वाला भी।
प्रश्न: अवकाश के दिनों का इस्तेमाल कैसे करते हैं?
उत्तर रविवार एवं अन्य छुट्टियों के दिनों में पिता के साथ उनके खेत पर हाथ बंटाता हूं, उनसे खेती
किसानी के गुर सीखता हूं। यदि खेत में काम नहीं हुआ तो अतिरिक्त पढ़ाई करता हूं।
प्रश्न: कॅरियर के लिए भविष्य में क्या सोचा है?
उत्तर भविष्य में यूपीएससी की परीक्षा देने की तैयारी कर रहा हूं। आने वाले समय में बीए के विषय भी ऐसे चुनना है, जो आईएएस की तैयारी में मददगार हों।