यातायात पुलिस ने पिछले तीन माह में 240 स्कूल बसों को जांच की। स्पीड गवर्नर से लेकर अन्य खामियां मिलने पर 35 बसों के मालिकों पर दण्डात्मक कार्रवाई की गई है। ट्रैफिक डीएसपी सुदेश सिंह का कहना है कि वाहन चालकों का वैरिफिकेशन कराने की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की है, लेकिन वे ध्यान नहीं दे रहे हैं। जांच के दौरान अगर कोई स्कूल बस चालक बिना वैरिफिकेशन के वाहन चलाते पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई के लिए पत्राचार किया जाएगा।