नगरीय प्रशासन ने कहा, राशि लौटाओ इधर, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने नगर पालिका को पत्र लिखकर मोहगांव
जलाशय से पाइपलाइन बिछाने के निर्णय का जिक्रकरते हुए कामठीकलां जलाशय के ठेकेदार चंद्रनिर्माण प्रा. लि. रायपुर की अमानत राशि को लौटाने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में
नगर पालिका ने कार्यवाही शुरू कर दी है। कामठीकलां डैम निर्माण के लिए चंद्रनिर्माण प्रा लि एजेंसी ने नगर पालिका में परफार्मेंस गांरटी सिक्युरिटी राशि दो करोड़ 72 लाख जमा की थी। इस राशि को लौटाने के लिए नगर पालिका पर निर्माण एजेंसी काफी दबाव भी बना रही थी। परिषद की बैठक में इस पर राशि न लौटाए जाने का निर्णय लिया गया था, लेकिन अब राशि लौटाने के लिए मुख्य अभियंता ने कहा है।
कई वर्षों से रखे हुए हैं पाइप जल आवर्धन योजना के अंतर्गत जुनेवानी फिल्टर प्लांट से प्रस्तावित कामठीकलां डैम तक चार किमी पाइपलाइन बिछाने ठेकेदार ने पाइप लाकर रखे हुए हैं। यह पाइप कई वर्षों डैम बनने की राह देख रहे हैं। इन पाइपों का क्या होगा, यह सवाल खड़ा हो गया है। इसके बारे में परिषद में निर्णय लिया जाएगा।
जानें किसने, क्या कहा- सीएम की सोचा का परिणाम : विधायक निलेश उईके का कहना है कि यह सब
सीएम कमलनाथ की सोच का परिणाम है। उन्होंने कम समय में शहर की प्यास बुझाने के लिए निर्णय लिया। यह बहुत सही कदम है इससे जलसंकट का स्थाई समाधान होगा।
पानी मिलना चाहिए, कहीं से भी मिले :
नगर पालिका के जल सभापति सुरेश खोड़े का कहना है कि शहर को पानी की जरूरत हैं। वह कहीं से भी मिले। तेजी से हो रहे इस कार्य का नगर पालिका स्वागत करती है।
स्थाई समाधान नहीं होगा : नगर पालिका के उपाध्यक्ष अरुण भोंसले का कहना है कि यह कोई स्थाई समाधान नहीं है। मोहगांव वाले जब चाहे इस योजना को बंद करके समस्या खड़ी कर सकते हैं। कामठीकलां ही स्थाई समाधान है।
भाजपा की प्रदेश सरकार ने पहले तीन करोड़ पांच लाख रुपए दिए जो भू-अर्जन पर खर्च हो गए। इसके बाद 16 करोड़ रुपए यानी कुल 20 करोड़ दिए।
एक साल में मिलेगा पानी : नगर पालिका के प्रतिपक्ष नेता ताहिर पटेल का कहना है कि चार साल डैम के निर्माण में चले जाते, इससे अच्छा हमारी समस्या का समाधान एक साल में हो जाएगा। प्रदेश सरकार का हम लोगों को अभार मानना चाहिए।