महिलाओं ने किया प्रदर्शन हांथों में मटकों को लेकर महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया और पेयजल समस्या को लेकर प्रदेश की योगी सरकार को जमकर कोसा। विगत पन्द्रह दिनों से शहर में हो रही दूषित जलापूर्ति को लेकर प्रदर्शनकारी महिलाओं का आक्रोश सातवें आसमान पर था। प्रदर्शन के दौरान सदर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सदर एसडीएम को सौंपते हुए चेतावनी दी गई कि यदि महंगाई व् बुनियादी समस्याओं का यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में और बड़े स्तर पर आधी आबादी का विरोध प्रदर्शन होगा।
सरकार के खिलाफ की नारेबाजी महंगाई की तपिश से आग बबूला आधी आबादी ने सड़क पर उतरकर केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। घरेलू सिलेंडरों और हांथों में मटकों को लेकर महिलाएं दोनों सरकारों के नुमाइंदों के खिलाफ नारेबाजी करती नज़र आईं। रसोई गैस सिलेंडर के दाम में वृद्धि को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हांथों लेते हुए प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना था कि जिस महंगाई के मुद्दे पर जनता ने मोदी को पीएम बनाया आज उसी मुद्दे पर मोदी चौतरफा घिरे नजर आ रहे हैं। किसी भी एंगिल से महंगाई कम होने का नाम नहीं ले रही।
चुनाव में सिखाएंगे सबक आक्रोशित प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना था कि यदि महंगाई का यही हाल रहा तो अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को आधी आबादी सबक जरूर सिखाएगी क्योंकि 2014 के लोकसभा चुनाव में महिलाओं ने भाजपा पर महंगाई को काबू में करने के विश्वास पर काफी संख्या में अपना वोट दिया था लेकिन बार बार उस विश्वास को बढ़ती महंगाई ने चोट पहुंचाई है। इसका खामियाजा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।
बड़े स्तर पर होगा विरोध प्रदर्शन प्रदर्शन में शामिल रंजना पाण्डेय ने कहा कि शहर में पिछले पन्द्रह दिनों से एकदम दूषित पानी की सप्लाई हो रही है लेकिन जलसंस्थान हांथ पर हांथ धरे बैठा है। साफ़ व् स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के प्रदेश सरकार के दावे लगातार फेल साबित हो रहे हैं। वहीँ हर स्तर पर बढ़ी महंगाई ने पूरे घर परिवार का बजट बिगाड़ कर रख दिया है और खासतौर पर मध्यमवर्गीय परिवारों व् गरीबों की तो कमर ही टूट गई है महंगाई से इसीलिए हम महिलाओं को भी अब सड़कों पर उतरना पड़ रहा है।
राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन प्रदर्शनकारी महिलाओं ने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी और आक्रोश व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने प्रशासन को चेतावनी भी दी कि यदि पेयजल समस्या का जल्द समाधान नहीं होता और दूषित जलापूर्ति बंद नहीं होती तो वे और बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने को बाध्य होंगी।