चुनौती दे रहे मौत के सौदागर लगातार दो दिनों से जनपद में डग्गामार व् स्कूली वाहनों के खिलाफ पुलिस के चेकिंग अभियान का आंशिक असर तो दिख रहा है परंतु वाहन चालकों और मालिकों में कानून का खौफ हाल फ़िलहाल शायद इसलिए नहीं नज़र आ रहा कि उन्हें लगता है कि अभी कुछ दिन बाद माहौल ठण्डा हो जाएगा तो फिर उसी पुराने ढर्रे पर काम चालू हो जाएगा। जिला मुख्यालय में तो कार्रवाई का डर कुछ हद तक दिख भी रहा है लेकिन कस्बाई व् ग्रामीण इलाकों में टेम्पो टैक्सी डग्गामार जीप आदि लगभग उसी तरह से नियमों की अनदेखी और हादसों को दावत देते हुए फर्राटा भर रहे हैं।
नामी गिरामी स्कूल भी पीछे नहीं अनुशासन और नियमों को लेकर खुद को नम्बर वन बताने की डुग्गी पीटने वाले इलाके के नामी गिरामी स्कूल भी पीछे नहीं नियमों का उलंघन करने में। पुलिस की सख़्ती के बावजूद भी कई स्कूल अपने वाहनों में बच्चों को मानक के विपरीत बैठाते हुए उनकी जिंदगी से समझौता कर रहे हैं।
कार्रवाई जारी इस दौरान पुलिस का अभियान लगातार जारी है। अलग अलग थाना क्षेत्रों में 552 वाहनों की चेकिंग के दौरान 4 वाहनों को सीज किया गया जबकि 5 दर्जन से अधिक टेंपो टैक्सी की अतिरिक्त सीटों को निकलवाया गया और एक दर्जन वाहनों का चालान किया गया। इसके इतर पुलिस ने आधा दर्जन ऐसी सवारियों के ऊपर भी धारा 151के तहत कार्रवाई की जो वाहनों के ऊपर उनकी छत पर बैठकर और लटककर यात्रा करते हुए पाए गए। पुलिस अधीक्षक ने सभी स्कूलों को चेतावनी दी है कि यदि स्कूली वाहनों में किसी भी प्रकार से नियमों की अनदेखी पाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी उधर सोमवार को जनपद के बरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत मिर्जापुर झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए टेम्पो व् डम्फर की टक्कर और उसमें 8 छात्राओं की मौत के बाद हुए प्रदर्शन में मृतकों के परिजनों व् ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज होने पर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। ग्रामीणों ने बरगढ़ थाना पुलिस पर बात को बढ़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि दुर्घटना के तुरन्त बाद थाना पुलिस परिजनों को सूचित किए बिना मृतक छात्राओं की लाशों को पोस्टमार्टम के लिए न भेजती तो आक्रोश न पनपता। थाना पुलिस की मिलीभगत से क्षेत्र में बड़े से लेकर छोटे वाहन बेतरतीब तरीके से सड़कों पर दौड़ते हैं और हाइवे के किनारे चोरी छिपे शराब की बिक्री होती है। उधर इस पूरे मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा का कहना है कि ग्रामीण जो आरोप लगा रहे हैं थाना पुलिस के ऊपर उसकी जांच के लिए कमेटी गठित की गई है लेकिन जिन्होंने घटना के बाद कानून अपने हांथ में लेने की कोशिश की है उनके खिलाफ कार्रवाई तो की जाएगी।